BAU किसान मेला : शेरा हो गया बूढ़ा, मोर्चा संभाला टाइगर ने, देखने वालों के मुंह से निकला WOW Bhagalpur News
हम बात कर रहे हैं बिहार कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित पशु प्रदर्शनी में भाग लेने वाले बकरे की। यहां पहुंचे हैं किसान कुछ अद्भुत मवेशियों को लेकर। देखने वाले आश्चर्यचकित हो रहे हैं।
भागलपुर, जेएनएन। किसान मेला में इस बार शेरा नहीं आ पाया। वह बूढ़ा हो गया है। जब तक जवान था, किसान मेला में पुरस्कार लेता रहा। इस बार शेरा का बेटा टाइगर आया है। देखने में हूबहू बाप की तरह। 14 महीने के टाइगर की कीमत 35 हजार के करीब है।
हम बात कर रहे हैं बिहार कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित पशु प्रदर्शनी में भाग लेने वाले बकरे की। इस बार भी खगडिय़ा जिले के अलौली प्रखंड से रंजय पासवान अपने पशु-पक्षियों के साथ किसान मेले में पहुंचे हैं। सिरोही नस्ल का बकरा टाइगर किसानों के बीच आकर्षण का केंद्र रहा। रंजय वनराज मुर्गा, कड़कनाथ मुर्गा, तीतर, बटेर, कबूतर भी लेकर आए हैं। इससे वे प्रति वर्ष ढाई से तीन लाख रुपये कमा रहे हैं।
बांका बिंडी निवासी रिपूसूदन सिंह का बकरा भी आकर्षण का केंद्र रहा। राजपुर सबौर निवासी तनवीर की बकरी भी चर्चा में है। तोतापरी नस्ल की यह बकरी एक लीटर दूध देती है। इसकी कीमत 30 से 35 हजार रुपये है।
पशु प्रदर्शनी में भागलपुर रॉयल कैनल की ओर से एक से बढ़कर एक कुत्ते लाए गए हैं। साढ़े तीन महीने का डावरमैन कुत्ता लोगों को आकर्षित कर रहा है। इसकी कीमत 60 हजार के करीब है। कान काटने के बाद इसकी कीमत एक लाख रुपये हो जाएगी। ह्वाइट जर्मन शेफर्ड, जर्मन शेफर्ड लांग कोटेड, साइबेरियन हस्की, ब्लू आई हस्की कुत्ते भी प्रदर्शन में लाए गए हैं। इनकी कीमत 70 हजार के करीब है।
सुल्तानपुर भिट्टी सबौर से लाए गए भेड़ राजन और पियूष की कीमत 35 और 18 हजार रुपये बताई गई। बंटी यादव के शाहीबाल नस्ल की गाय किसानों के बीच चर्चा में है। यह गाय प्रतिदिन 15 लीटर दूध दे रही है।
पशु प्रदर्शनी का उद्घाटन बीएयू के कुलपति डॉ. अजय कुमार सिंह ने किया। पशु प्रदर्शनी में साधारण गाय, भैंस, बकरी को भी लाया गया है।