होली को ले ट्रनों में बढ़ी भीड़, रेलवे के इंतजाम बने नाकाफी
होली को लेकर भागलपुर सहित पूरे बिहार की ट्रनों में भीड़ बढ़ गई है। लेकिन इस भीड़ से निबटने के इंतजाम नाकाफी दिख रहे हैं।
By Edited By: Published: Thu, 01 Mar 2018 02:29 AM (IST)Updated: Fri, 02 Mar 2018 08:40 AM (IST)
style="text-align: justify;">भागलपुर। ट्रेनों में होली को लेकर घर जाने वालों की भीड़ बढ़ गई है। लोग घरों की ओर लौटने लगे हैं। बुधवार को मुजफ्फरपुर जाने वाली जनसेवा एक्सप्रेस, मालदा जाने वाली इंटरसिटी और साहिबगंज सीट में पैर रखने तक की जगह नहीं थी। हर बोगी में सीट से चारगुणा यात्रियों की भीड़ दिखी। हालांकि, शुक्रवार को लंबी दूरी जाने वाली गाड़ियों में भीड़ नहीं दिखी। हां, सवारी ट्रेनों में अन्य दिनों की अपेक्षा भीड़ ज्यादा थी। ट्रेनों में भीड़ से निबटने के इंतजाम नाकाफी दिखे।
साहिबगंज इंटरसिटी, भागलपुर-दानापुर इंटरसिटी, गया-हावड़ा, जमालपुर-रामपुर हाट से जाने के लिए लोगों का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। जंक्शन पर सुबह से ही यात्रियों की भारी भीड़ रही। जंक्शन से सुबह विक्रमशिला एक्सप्रेस, न्यू मालदा टाउन से यात्री रवाना हुए। हालत यह थी कि बड़ी संख्या में यात्रियों को ट्रेनों के पायदान में लटक कर सफर करना पड़ा। स्थिति यह थी कि साधारण डिब्बे में दोगुना से ज्यादा यात्री सवार हुए।
नहीं बढ़ सकी जनरल कोचों की संख्या
पहले से यह पता था कि पर्व के बाद दिल्ली जाने वाले यात्रियों की भीड़ बढ़ेगी। लेकिन रेलवे ने इससे निब्टने के इंतजाम नहीं किए। मालदा इंटरसिटी इस रूट की महत्वपूर्ण ट्रेन है। लिहाजा इससे सफर करने वालों की संख्या भी ज्यादा है। रेलवे को इस ट्रेन में जनरल कोचों की संख्या बढ़ाना चाहिए था। कोच की संख्या कम होने से यात्रियों को परेशान होना पड़ा।
साहिबगंज इंटरसिटी, भागलपुर-दानापुर इंटरसिटी, गया-हावड़ा, जमालपुर-रामपुर हाट से जाने के लिए लोगों का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। जंक्शन पर सुबह से ही यात्रियों की भारी भीड़ रही। जंक्शन से सुबह विक्रमशिला एक्सप्रेस, न्यू मालदा टाउन से यात्री रवाना हुए। हालत यह थी कि बड़ी संख्या में यात्रियों को ट्रेनों के पायदान में लटक कर सफर करना पड़ा। स्थिति यह थी कि साधारण डिब्बे में दोगुना से ज्यादा यात्री सवार हुए।
नहीं बढ़ सकी जनरल कोचों की संख्या
पहले से यह पता था कि पर्व के बाद दिल्ली जाने वाले यात्रियों की भीड़ बढ़ेगी। लेकिन रेलवे ने इससे निब्टने के इंतजाम नहीं किए। मालदा इंटरसिटी इस रूट की महत्वपूर्ण ट्रेन है। लिहाजा इससे सफर करने वालों की संख्या भी ज्यादा है। रेलवे को इस ट्रेन में जनरल कोचों की संख्या बढ़ाना चाहिए था। कोच की संख्या कम होने से यात्रियों को परेशान होना पड़ा।
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