424 सीटों पर 1100 ने किया सफर, 200 लौटे
भागलपुर से यशवंतपुर (बेंगलुरु) जाने वाली अंग एक्सप्रेस बुधवार को पूरी तरह हाउसफुल खुली।
भागलपुर। भागलपुर से यशवंतपुर (बेंगलुरु) जाने वाली अंग एक्सप्रेस बुधवार को पूरी तरह हाउसफुल खुली। अनारक्षित बोगियों में खड़े होने की भी जगह यात्रियों को नहीं मिली। आलम यह रहा कि यात्री गेट से लेकर शौचालय के गलियारे में भी परिवार के साथ बैठे दिखे। ट्रेनों में अत्यधिक भीड़ होने के कारण कई परिवार बोगियों में नहीं चढ़ सके।
दरअसल, बुधवार को 12.45 बजे दिन में यशवंतपुर जाने वाली अंग एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर एक पर लगी। ट्रेन के जनरल कोच में बेंगलुरु, चेन्नई, भुवनेश्वर और विशाखापतनम जाने वाले यात्रियों की संख्या ज्यादा थी। भीड़ ज्यादा देख जरनल कोच में प्रवेश कराने के लिए आरपीएफ ने यात्रियों को कतारबद्ध कराया। प्लेटफॉर्म के पूर्वी छोर से रेलवे भोजनालय तक करीब 300 मीटर लंबी कतार थी। आरपीएफ इंस्पेक्टर सभी को कतारबद्ध कराते दिखे। आरपीएफ के अनुसार 1300 के आसपास यात्री जनरल कोच में सवार होने के लिए पहुंचे थे। ट्रेन में जनरल क्लास की चार बोगिया लगी थीं। चार बोगियों में कुल 424 सीट पर करीब 1100 के आसपास यात्री जैसे-तैसे ट्रेन में सवार हुए। वहीं, 200 यात्री चढ़ने से वंचित रह गए। 75 के आसपास टिकटें कैसिंल हुई। अब अगले बुधवार तक करना होगा इंतजार
अंग एक्सप्रेस में नहीं चढ़ने वाले चार सौ यात्रियों को बेंगलुरु जाने के लिए अगले बुधवार का इंतजार करना होगा। बांका के सुधीर कुमार ने बताया कि वे परिवार के साथ बेंगलुरु में रहते हैं। नवगछिया के रामपुकार और कहलगाव के संजय प्रसाद ने बताया कि भीड़ के कारण ट्रेन में नहीं चढ़ सके। सभी चेन्नई में फैक्ट्री में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि ट्रेन में भीड़ इतनी थी कि हिलना भी मुश्किल था। इस कारण अब अगले सप्ताह ही जा सकेंगे।