भागलपुर के गोपालपुर थाने के प्रवेश द्वार पर की अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग
भागलपुर के अपराधियों का आतंक काफी बढ़ गया है। अपराधियों ने फायरिंग कर बाइक सवार सभी अपराधी हथियार लहराते हुए निकल गए। तिनटंगा करारी के कुख्यात अखिलेश यादव के पुत्र मिथुन एवं उसके दो सहयोगियों पर मामला दर्ज। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। नवगछिया के गोपलपुर में बेखौफ अपराधियों ने गोपालपुर थाने के प्रवेश द्वार के समीप ताबड़तोड़ फायरिंग कर पुलिस को खुली को चुनौती दे दी। फायरिंग के बाद बाइक सवार सभी अपराधी हथियार लहराते हुए भाग निकले। फायरिंग के बाद इलाके में दहशत फैल गया। अपराधियों की धर दबोचने के लिए गोपालपुर, रंगरा, इस्माइलपुर थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से तिनटंगा करारी गांव में छापेमारी की।
बताया जाता है कि तिनटंगा करारी के कुख्यात अखिलेश यादव के पुत्र मिथुन यादव ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर गोपालपुर थाने के प्रवेश द्वार पर फायरिंग की। वह नवगछिया से वापस अपने घर करारी तिनटगा जा रहा था। इसी दौरान दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की।
एक आरोपित दबोच गया: एसपी सुशान्त कुमार सरोज थाना पहुंचे और घटना की जानकारी ली। एसपी ने बताया कि अपराधियों की पहचान कर ली गई है। तिनटंगा करारी गांव के एक आरोपित धनंजय यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। इंस्पेक्टर भारत भूषण के बयान पर कुख्यात अखिलेश यादव के पुत्र मिथुन यादव एवं उसके दो अन्य सहयोगियों पर मामला दर्ज किया गया है। पूछताछ में धनंजय यादव ने बताया कि वह बाइक चला रहा था। फायरिंग मिथुन यादव व रंजीत मंडल ने की थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले में अखिलेश यादव की संलिप्तता से भी इन्कार नहीं किया जा सकता।
गोलियों की आवाज से थर्राया वीरबन्ना गांव
रविवार की रात्रि गोलियों की आवाज से बीरबन्ना गांव थर्रा गया। करीब आधा दर्जन राउंड गोली फायर की गई। सूचना मिलने पर नारायणपुर सीओ अजय कुमार सरकार, भवानीपुर ओपी अध्यक्ष रमेश कुमार साह दल बल के साथ गांव पहुंचे। बताया जाता है कि इस गोलीबारी का कारण दो दिन पूर्व मध्य विद्यालय वीरबन्ना के शौचालय से बरामद विदेशी शराब है। शराब तस्करों द्वारा एक समुदाय विशेष पर आरोप लगाया जा रहा है कि उसी ने पुलिस को सूचना देकर शराब पकड़वाया था। इसी विवाद को लेकर मारपीट और गोलीबारी हुई। हालांकि गोलीबारी की पुष्टि भवानीपुर पुलिस नहीं कर रही है। किसी भी पक्ष के द्वारा भवानीपुर ओपी में प्राथमिकी के लिए आवेदन नहीं दिया गया है। लेकिन दोनों पक्ष मौके के इंतजार में हैं।