लॉकडाउन में बढ़ा अपराध, चोरों के नापाक मंसूबे पर नकेल नहीं कस पा रही पुलिस
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पहले नाईट कर्फ्यू और उसके बाद संपूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है। सरकार ने लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया है। लेकिन इस दौरान लगातार आपराध बढ़ेता है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पहले नाईट कर्फ्यू और उसके बाद संपूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है। सरकार ने लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया है। इसके बावजूद पुलिस चोरों के नापाक इरादों पर नकेल नहीं कस पा रही है। इसका अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि दस-बारह दिनों में चोरी की आधा दर्जन घटना को बदमाशों ने अंजाम दिया है। एक के बाद एक आपराधिक घटना को अंजाम दे चोर गिरोहों ने पुलिस की नींद उड़ा दी है।
पांच दिन पहले बदमाशों ने बबरगंज सहित विभिन्न थाना क्षत्रों से तीन बाइकों की बदमाशों ने चोरी कर ली थी। बबरगंज ओपी अंतर्गत अलीगंज सैलबाग निवासी अभिमन्यु प्रसाद सिंह के पुत्र हेमंत कुमार व इसी ओपी क्षेत्र से डीवीसी स्पिनिंग मिल के रहनेवाले बाबूलाल सिंह के पुत्र गिरीश प्रसाद सिंह और औद्योगिक थाना क्षेत्र के ज्योति विहार कॉलोनी निवासी भानु प्रताप सिंह की बाइक चोरी की घटना को अंजाम दिया।
घटनाओं की वाहन मालिकों के बयान पर संबंधित थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इससे दो दिन पहले जोगसर ओपी क्षेत्र में सिल्क कारोबारी के कर्मचारी सहित दो लोगों के रुपये उड़ाने की घटना को बदमाशों ने अंजाम दिया था। खरमनचक के पास सिल्क कारोबारी के स्टाफ कबीरपुर निवासी मु. इमाम की बाइक की डिक्की से तीन लाख और घंटाघर के पास विजय चौधरी की स्कूटी की डिक्की से 96 हजार रुपये बदमाशों ने उड़ा लिए थे। इन दोनों घटनाओं की जोगसर ओपी में अज्ञात के खिलाफ अलग-अलग मुकदमा दर्ज कराया गया है।
वहीं दो दिन पहले ही मोजाहिदपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मिरजानहाट दुर्गा स्थान के पास स्थित रोशन कुमार साह की दुकान का ताला तोड़कर चावल, आटा सहित राशन का सारा सामानों की चोरी कर ली गई थी। जबकि नाईट कर्फ्यू के दौरान इसी थाना क्षेत्र के रेलवे कॉलोनी स्थित आरपीएफ जवान के क्वार्टर पर शरारती तत्वों ने दहशत फैलाने के लिए बमबाजी किया था। वहीं तीन माह पहले मोजाहिदपुर इलाके में स्थित एक महिला पुलिसकर्मी के घर में चोरी की घटना को बदमाशों ने अंजाम दिया था। बदमाशों की गिरफ्तारी की बात तो दूर इन घटनाओं में संलिप्त गिरोह का भी पुलिस पता नहीं लगा सकी है।