आशुतोष हत्याकांड में नाथनगर से चालक गिरफ्तार, फरार थानेदार रंजीत का घर कुर्क
-बिहपुर थाने के एक एएसआइ और दो होमगार्ड पहले भी पकड़े गए हैं -फरार मुख्य आरोपित पू
-बिहपुर थाने के एक एएसआइ और दो होमगार्ड पहले भी पकड़े गए हैं
-फरार मुख्य आरोपित पूर्व थानेदार रंजीत कुमार अब भी फरार
-मुंगेर जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र अंतर्गत घर को पुलिस ने किया कुर्क
-जल्द ही कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर स्पीडी ट्रायल शुरू करवाएगी पुलिस संवाद सहयोगी, नवगछिया :
बिहपुर के मड़वा निवासी आशुतोष पाठक हत्याकांड में आरोपितों पर पुलिस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। मामले में एसआइटी को फिर सफलता हाथ लगी है। विस चुनाव के बीच मंगलवार को एसआइटी ने बिहपुर थाने के गाड़ी चालक हत्यारोपित जहांगीर राईन को भागलपुर के नाथनगर से दबोच लिया। मामले में अबतक चार आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इससे पहले बिहपुर थाने के एक एएसआइ शिवबालक प्रसाद और दो होमगार्ड राजू पासवान व मनोज चौधरी को गिरफ्तार किया गया था। हत्याकांड में फरार मुख्य आरोपित बिहपुर के पूर्व थानेदार रंजीत कुमार मंडल के मुंगेर जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र अंतर्गत घर पर पुलिस ने मंगलवार को कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की। दरवाजे और खिड़कियां पुलिस उखाड़कर थाने ले आई। उसके स्वजनों को पुलिस ने रंजीत को सरेंडर कराने की सलाह दी। एसपी ने कहा कि नवगछिया एसडीपीओ दिलीप कुमार के नेतृत्व में एसआइटी रंजीत की गिरफ्तारी के लिए सभी संभावित ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। जल्द ही उसे दबोच लिया जाएगा। कोर्ट में शीघ्र ही आरोप पत्र दाखिल किया जाएगा। स्पीडी ट्रायल के माध्यम से सुनवाई पूरी कराकर आरोपितों को सजा दिलवाई जाएगी।
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पूर्व थानेदार को बर्खास्त करने की प्रकिया शुरू पुलिस की पिटाई से आशुतोष की मौत मामले में पूर्व थानेदार रंजीत को बर्खास्त करने की कानूनी प्रकिया शुरू हो गई है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर सोमवार को प्रमंडलीय आयुक्त वंदना किनी ने बिहपुर थाने पहुंचकर मामले की छानबीन की थीं, जिसके बाद उन्होंने नवगछिया एसपी स्वप्ना जी मेश्राम को पूर्व थानेदार रंजीत को बर्खास्त करने का प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया था। एक सप्ताह के अंदर प्रमंडलीय आयुक्त आयोग को जांच रिपोर्ट समर्पित करेंगी। आयुक्त ने कहा था कि सभी बिंदुओं की गहन जांच पड़ताल की जा रही है। दोषी किसी सूरत में बख्शे नहीं जाएंगे। कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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क्या है मामला
24 अक्टूबर को बिहपुर पुलिस की बर्बर पिटाई से जख्मी सॉफ्टवेयर इंजीनियर आशुतोष की मौत 25 अक्टूबर की सुबह इलाज के दौरान अस्पताल में हो गई थी। वह अपनी पत्नी स्नेहा पाठक और दो वर्षीय बच्ची माड़वी के साथ 24 अक्टूबर को नवरात्री में पूजा-पाठ करने के लिए भ्रमरपुर दुर्गा मंदिर गया था। लौटने के दौरान मड़वा महंत स्थान चौक पर बैरियर हटाने को लेकर एक युवक से उसका विवाद हो गया। पुलिस पहुंच गई। दोनों को समझाने के बजाय बिहपुर थानेदार और अन्य पुलिसकर्मियों ने आशुतोष को पीटना शुरू कर दिया। उसके बाद थाने ले गए और वहां भी उसकी बेरहमी से पिटाई की। गंभीर अवस्था में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।