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स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 का काउंट डाउन शुरू : इसमें बंटाधार कराएगी भागलपुर नगर निगम की सरकार

स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 का काउंट डाउन शुरू स्वच्छता देखनी है तो भागलपुर नगर निगम आइए। यहां आने के साथ आपको सारा भ्रम समाप्‍त हो जाएगा। निगम की कार्यशैली भागलपुर की छवि को नुकसान पहुंचाएगी। नगर निगम परिसर में ही गंदगी पसरा हुआ है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 11:26 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 11:26 PM (IST)
स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 का काउंट डाउन शुरू : इसमें बंटाधार कराएगी भागलपुर नगर निगम की सरकार
नगर निगम परिसर में खड़ी वाहन कूड़े के ऊपर खड़ा कचरा उठाव का डंपर।

भागलपुर  [योगेश मिश्र]। स्वच्छता देखनी हो तो नगर निगम दफ्तर आइए। निगम परिसर के एक कोने में आपको फूल, माला और अन्य पत्तों के ढेर मिल जाएंगे। यह फूल- माला से निगम की दीवारों को सजाया गया था। जो एकत्र करके कोने में फेंका हुआ है। यह तो एक नमूना है सफाई का। शहर में प्रतिदिन करीब 250 टन कचरा निकलता है। कचरे को गलियों से निकालकर डंपिंग यार्ड तक पहुंचाने की जिम्मेदारी निगम के कंधे पर ही है। लगातार स्वच्छता के मुद्दे पर मुहंकी खाने के बाद भी निगम की संजीदगी का सहज अंदाजा लगाया सकता है। इस बार की रैंकिंग में नागरिकों की सहभागिता रहेगी। शहर को सुंदर बनाने के लिए चौक-चौराहे को सजाया जा रहा है, लेकिन हकीकत यह है कि गलियों से कचरे का उठाव नहीं हो रहा है।

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अभियान पर कर्मी लगा रहे पलीता

निगम गेट से घुसते ही बायीं तरफ साइकिल और मोटरसाइकिल खड़ी करने जगह बनी हुई है। शुक्रवार को निगम पहुंचे एक व्यक्ति ने गेट पर खड़े गार्ड से शौचालय के बारे में पूछा। गार्ड ने बड़ी सहजता से बता दिया कि परिसर में जहां कूड़े का ढेर लगा वहीं लघुशंका के लिए चले जाएं। साथ ही यह भी बताया कि लघु शंका के लिए नई बिल्डिंग (स्मार्ट सिटी वाली) में जाना होगा। पुरुष के लिए गार्ड ने बता दिया लेकिन महिलाओं के लिए भारी संकट है। इस गंभीर मुद्दे पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।

कूड़ा-गाड़ियों से रिसता है गीला कचरा

नगर निगम में ऐसी कूड़ा-गाड़ियां हैं, जिनकी अवस्था मरम्मत के लायक है। फिर भी नगर निगम उनसे काम ले रहा है। कोई भी व्यक्ति इन गाड़ियों को देखकर समझ लेगा कि इनसे कूड़ा-कचरा उठाते हुए पर गीला कचरा रिसता होगा। कोतवाली चौक के समीप सड़क पर दोपहर में कूड़ा-कचरा ट्रैक्टर-ट्राली में लादा जा रहा था। आलम यह था कि ऊपर सफाईकर्मी कचरा रख रहे थे और गीला कचरा ट्राली से नीचे लगातार टपक रहा था। उसे रोकने की कोई व्यवस्था नही थी। जिस रास्ते गाड़ी जाएगी पूरे रास्ते भर कचरा गिरता हुआ जाएगा। इसे देखने वाला कोई नहीं है।

55 कूड़ा-गाड़ियां गोदाम की बजाय बरारी वाटर वर्क्स में

मजेदार तो यह है कि निगम की 55 कूड़ा गाड़ियां बरारी वाटर वर्क्स के परिसर में खड़ी है, जबकि उन्हें गोदाम में खड़ा किया जाना चाहिए था। वाटर वर्क्स के मौजूद कुछ कर्मियों ने बताया कि 26 तारीख से से ये गाड़ियां यहीं खड़ी हैं। इन्हें कब ले जाया जाएगा। यह नहीं पता।

स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी क्या हुई है इसकी जानकारी नहीं है। जानकारी इकट्ठा करेंगे कि स्वच्छता के लिए अब तक क्या प्रयास किये गए हैं। - सीमा साहा, मेयर


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