Coronavirus Second wave: होम आइसोलसन वाले कोरोना मरीजों की लगातार हो रही निगरानी, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका और एएनएम जा रहींं घर-घर
Coronavirus Second wave किशनगंज में कोरोना संक्रमितों के बढ़ते मामले को देखते हुए प्रशासन ने मास्क और शारीरिक दूरी का कड़ाई से पालन कराना शुरू कर दिया है। साथ ही होम आइसोलेसन में रह रहे मरीजों पर नजर रखी जा रही है।
संवाद सहयोगी, किशनगंज। होम आइसोलसन में रहकर स्वास्थ्य लाभ कर रहे कोरोना संक्रमित मरीजों पर स्वास्थ्य विभाग की पैनी नजर है। सिविल सर्जन डाॅ. श्रीनंदन ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों का फोन कॉल के माध्यम से फाॅलोअप किया जा रहा है। इसके साथ ही आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका और एएनएम के द्वारा गृह भ्रमण कर निगरानी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को कोविड दवा किट भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ ही जिला नियंत्रण कक्ष के माध्यम से उनके स्वास्थ्य का हाल- चाल पूछा जा रहा है। किसी भी तरह की अगर परेशानी हो रही है तो उसे तुरंत डॉक्टरी सुविधा उलब्ध कराई जा रही है। इसकी मॉनीटरिंग वरीय अधिकारी खुद कर रहे हैं।
माइक्रो कंटेनमेंट जोन में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की कोरोना जांच रैपिड एंटीजन किट के माध्यम से की जा रही है। वहीं आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका तथा एएनएम के द्वारा 14 दिनों तक गृह भ्रमण कर प्रत्येक व्यक्तियों के लक्षणों के बारे में जानकारी ली जा रही है। अगर संक्रमित व्यक्ति होम आइसोलेशन के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं और घर के बाहर घूम रहे हैं तो यह गंभीर मामला हो सकता है। ऐसे में संबंधित मरीज के माध्यम से संक्रमण अन्य व्यक्तियों में फैलने की प्रबल संभावना है।
अगर होम आइसोलेशन वाले मरीज बाहर घूमते पकड़े जाएंगे तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को अपने-अपने प्रखंड अंतर्गत होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित मरीजों के घर का भ्रमण स्वयं करने एवं उनके होम आइसोलेशन का दृढ़ता पूर्वक अनुपालन सुनिश्चित करवाने का निर्देश भी दिया है। यदि संक्रमित व्यक्ति द्वारा होम आइसोलेशन के गाइडलाइन का पालन नहीं किया जाता है तो उन्हें जिला स्थित आइसोलेशन सेंटर में भेजा जाएगा ताकि संक्रमण प्रसार को नियंत्रित किया जा सके।