Coronavirus : रेड जोन वाले प्रवासी ही रहेंगे क्वारंटाइन सेंटर में, अन्य के लिए बनी यह व्यवस्था
Coronavirus क्वारंटाइन सेंटर में रहने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसके लिए जिला प्रशासन ने अब रेड जोन से आने वाले प्रवासियों को ही क्वारंटाइन सेंटर में रखने का फैसला किया है।
भागलपुर, जेएनएन। अब रेड जोन से आने वाले प्रवासियों को ही क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। दिल्ली एनसीआर, सोनीपत, फरीदाबाद, गुरुग्राम, नोयडा, गाजियाबाद, सूरत, अहमदाबाद, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, कोलकाता शहर को रेड जोन माना गया है। इसके इतर अन्य शहरों को ग्रीन और ऑरेंज जोन माना गया है। इन शहरों के लोगों को 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन में भेजा जा रहा है। दिल्ली होकर आने वाले प्रवासियों को भी रेड जोन मानते हुए क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा।
आशा और आंगनबाड़ी सेविका रखेंगी ध्यान
ग्रीन व ऑरेंज जोन से आने वाले प्रवासियों की स्क्रीनिंग और रजिस्ट्रेशन के बाद 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। इसके बाद क्षेत्र की आशा और आंगनबाड़ी सेविका को निगरानी करने के लिए कहा गया है। प्रतिदिन प्रवासियों के हालचाल से मुख्यालय को अवगत कराने के लिए कहा गया है। साथ ही गांव के मुखिया, सरपंच और चौकीदार को भी निगरानी करने के लिए कहा गया है।
21 दिन रहेंगे क्वारंटाइन में
रेड जोन से आने वाले प्रवासियों को 21 दिनों तक क्वारंटाइन रहना पड़ेगा। साथ ही ग्रीन और ऑरेंज जोन से आने वाले प्रवासी अगर दिल्ली होकर आते हैं तो उन्हें 21 दिनों तक क्वारंटाइन रहना पड़ेगा। उन्हें भी रेड जोन का प्रवासी मानते हुए 14 दिनों तक क्वारंटाइन सेंटर में रहने के बाद सात दिनों तक अनिवार्य रूप से घरों में रहना पड़ेगा। रेड जोन से आने वाले प्रवासियों को अत्यधिक संवेदनशील और संभावित कोरोना संक्रमण प्रभावित व्यक्ति माना गया है। इस श्रेणी के लोगों को प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में न्यूनतम 14 दिनों तक रखा जाएगा। अगर प्रखंड में जगह नहीं मिली तो पंचायत के क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। क्वारंटाइन सेंटर में 14 दिनों तक रहने और कोरोना संक्रमण से संबंधित कोई भी शिकायत नहीं रहने पर एक सप्ताह तक होम क्वारंटाइन रहना होगा। इसके बाद ही घर से बाहर निकलने की छूट मिलेगी।
निबंधन के दौरान की जा रही पहचान
रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन से आने वाले प्रवासियों की पहचान निबंधन के दौरान हो रही है। प्रवासियों को भागलपुर पहुंचने के बाद निबंधन सह स्वास्थ्य स्क्रीनिंग केंद्र भेजा जाता है। निबंधन और स्क्रीनिंग होने के बाद प्रवासियों को क्वारंटाइन सेंटर या फिर होम क्वारंटाइन के लिए भेजा जा रहा है।
बड़ी संख्या में प्रवासी ट्रेन, बस व अन्य संसाधनों से आ रहे हैं। सभी श्रेणी के प्रवासियों का निबंधन करना अनिवार्य है। इसका अनुपालन करने के लिए बीडीओ, अंचलाधिकारी, थानाध्यक्ष एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को कहा गया है। - प्रणव कुमार, जिलाधिकारी
मुख्य बातें
-36139 प्रवासी आ चुके हैं जिले में
-27423 रखे गए हैं क्वारंटाइन सेंटर में
-419 क्वारंटाइन सेंटर का हो रहा उपयोग
-8500 प्रवासी किए गए हैं होम क्वारंटाइन
-मुबई, अहमदाबाद, सूरत, दिल्ली, बेंगलुरु व कोलकाता रेड जोन में
-ग्रीन व ऑरेंज जोन से आने वाले 14 दिनों तक रहेंगे होम क्वारंटाइन