Coronavirus : अधिकारी और स्वास्थकर्मी हुए संक्रमित, कोरोना की चपेट में आया जिला
Coronavirus जिले में कोरोना विस्फोट हो गया है। रोज कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। अधिकारी स्वास्थ्यकर्मी और नेता भी इसकी चपेट में आने लगे हैं।
भागलपुर, जेएनएन। भागलपुर में लगातार करोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। अधिकारी, कर्मचारी और स्वास्थ्यकर्मी भी इसकी चपेट में आने लगे। भागलपुर जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या साढ़े छह सौ के करीब पहुंच गया है। हालांकि उपचार के बाद चार सौ से ज्यादा मरीज ठीक हो गए हैं। लेकिन करोना संक्रमितों की संख्या बढ़़ने से लोग दहशत में आ गए हैं। इधर, कुछ दिनों से प्रत्येक दिन 35 से ज्यादा लोग संक्रमित मिल रहे हैं। इस बीच आरएसएस के कुछ पदाधिकारी भी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं।
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के एक अधिकारी भी कोरोना पॉजिटिव मिले। इसके अलावा विवि के अन्य 12 कर्मी भी संदिग्ध बताए जा रहे हैं।
इधर कुलपति डॉ. अजय कुमार सिंह ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सोमवार को विवि के प्रशासनिक भवन के सभी कार्यालयों एवं अधिकारियों के चैंबर को सैनिटाइज करने का निर्देश दिया है। बता दें कि विवि के पास चार मशीन और सैनिटाइज करने की दवा भी उपलब्ध है।
कोरोना पॉजिटिव में संपर्क में आने से नर्स एवं कर्मचारी हुए संक्रमित
मायागंज अस्पताल की नर्स पॉजिटिव मरीज के इलाज के दौरान खुद कोरोना संक्रमित हो गईं। रविवार को मिली जांच रिपोर्ट में शहरी क्षेत्र 11 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें तिलकामांझी विश्वविद्यालय के दो अधिकारी, डॉक्टर के रिश्तेदार, उनके चालक समेत जिले में 20 कोरोना पॉजिटिव मिले। इनमें नाथनगर में 11 मरीज शामिल हैं। साथ ही तमौनी, दिग्धी टोला और साहेबगंज के कोरोना मरीज भी शामिल हैं। इसके अलावा मायागंज अस्पताल में सुरक्षा गार्ड का अधिकारी, डॉक्टर छात्रावास में सफाई करने वाली महिला भी शामिल है। शहरी क्षेत्र में एक पार्टी और एक संगठन के तीन लोग भी संक्रमित हुए हैं। पार्टी के नेता सुर्खीकल में रहते हैं।
पॉजिटिव मरीज भागने का किया प्रयास
रविवार को 28 स्वस्थ हुए लोगों को छुट्टी दी गई। जिन लोगों को छुट्टी दी गई थी उनका नाम पुकार कर कमरा से बाहर निकाला जा रहा था। इसी दौरान एक पॉजिटिव मरीज भी बाहर निकल गया। जब थर्मल स्कैनर से जांच किया जाने लगा तो वह युवक भी सामने आ गया। डॉक्टर ने उसे कमरा में जाने के लिए कहा। लेकिन वह अड़ गया। स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ झड़प भी हो गई। बाद में उसे कमरा में बंद किया गया। नाथनगर, खरीक, नवगछिया के स्वस्थ हुए 28 लोगों को कोविड सेंटर से छुट्टी दी गई। इन्हें एक सप्ताह पहले कोरोना पॉजिटिव होने पर कोविड सेंटर में भर्ती किया गया।
एक सौ लोगों का लिया गया सैंपल
सदर अस्पताल में एक सौ लोगों का सैंपल लिया गया। शहर के विभिन्न मोहल्लों के हैं। इन्हें सर्दी-खांसी की शिकायत थी। कुछ सैंपलों को पटना भी भेजा गया है। दो दिनों में जांच रिपोर्ट मिलेगी।
नवगछिया के बुजुर्ग की कोरोना से हुई मौत
शनिवार की रात को नवगछिया के 82 वर्षीय बुजुर्ग की मौत कोरोना से हो गई। वहीं रविवार की शाम करीब सात बजे जगदीशपुर के 65 वर्षीय बुजर्ग की मौत हुई। डॉक्टर के मुताबिक वह कोरोना संदिग्ध मरीज था। सैंपल लेने के पहले ही स्वजन शव लेकर चले गए। दोनों मरीजों की सांस तेज चल रही थी, बुखार और सर्दी-खांसी भी थी। इसके अलावा तीन दिनों के भीतर चार मरीजों की भी मौत हुई है। इनमें तीन कोरोना संक्रमित थे, एक संदिग्ध कोरोना मरीज था।
शनिवार को दोपहर करीब दो बजे नवगछिया के बुजुर्ग को जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के गायनी आइसीयू में भर्ती किया गया था। सांस तेज चल रही थी और बुखार भी था। रात करीब आठ बजे पेशाब नहीं होने की वजह से दर्द से कराह रहे थे। लेकिन कोई देखने वाला नहीं था। मरीज के इलाज के लिए स्वजन भटकते रहे लेकिन ना तो डॉक्टर आया और न ही नर्स ने ही कोई दिलचस्पी दिखाई। इस वजह से स्वजनों और स्वास्थ्य कर्मचारियों में झड़प भी हो गई। रात करीब एक बजे मौत हो गई।
जगदीशपुर के 65 वर्षीय बुजुर्ग को रविवार की शाम करीब सात बजे भर्ती किया गया। उनकी भी सांस तेज चल रही थी और बुखार था। उन्हें आइसीयू ले जाने के दौरान ही मौत हो गई। डॉ. ओवेद अली ने बताया कि वे कोरोना के संदिग्ध मरीज थे। सैंपल लेने के लिए शव ले जाने से नहीं रोका गया। जबकि नियमत: सैंपल लेना चाहिए था। ताकि स्पष्ट हो सके कि वे कोरोना के मरीज थे या नहीं।
दो जुलाई को अस्पताल में अज्ञात कोरोना मरीज की भी मौत हुई है। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। तीन जुलाई को अज्ञात की मौत हुई। वहीं उसी दिन 18 वर्षीय पानीपत से आया युवक की भी मौत हुई है। इसके अलावा गौशाला रोड में भी 35 वर्षीय एक व्यवसाई की मौत हुई। सैंपल कोरोना पॉजिटिव मिला। उसे किडनी की भी बीमारी थी।
कोरोना से कहलगांव निवासी की मौत
कोरोना अस्पताल एनएमसीएच में रविवार को भागलपुर के कहलगांव निवासी 48 वर्षीय साहेब दयाल पांडे की मौत हो गई। उपाधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण ने बताया कि साहेब दयाल पांडे को उच्च रक्तचाप, किडनी, मधुमेह बीमारी थी। गंभीर स्थिति में प्रशासन द्वारा भर्ती कराया गया था। अब तक कोरोना संक्रमित 27 मरीजों की मौत हो चुकी है। पटना एम्स में भी एक संक्रमित की मौत हुई है।
व्यवहार न्यायालय के दो कर्मचारी सहित प्राइवेट मुंशी कोरोना संक्रमित
व्यवहार न्यायालय के दो कर्मचारी एवं एक प्राइवेट मुंशी की रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। इसके पूर्व एक नाइट गार्ड की रिपोर्ट पॉजिटिव आया था। उन्हीं के संपर्क में आने से ये तीनों भी संक्रमित हुआ है। इन तीनों का ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है।