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CoronaVirus : नर्स समेत जिले में 37 कोरोना मरीज मिले, लेकिन सावधानी के नाम पर खानापूर्ति

Coronavirus सिविल सर्जन ने कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर दी लॉकडाउन की सलाह दी। डीएम ने किया सख्‍ती भागलपुर नवगछिया व कहलगांव के शहरी क्षेत्र में लॉकडाउन।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Wed, 08 Jul 2020 08:37 AM (IST)Updated: Wed, 08 Jul 2020 08:37 AM (IST)
CoronaVirus : नर्स समेत जिले में 37 कोरोना मरीज मिले, लेकिन सावधानी के नाम पर खानापूर्ति
CoronaVirus : नर्स समेत जिले में 37 कोरोना मरीज मिले, लेकिन सावधानी के नाम पर खानापूर्ति

भागलपुर, जेएनएन। भागलपुर के 15 सहित जिले में मंगलवार को 37 कोरोना के नये मरीज मिले हैं। पिछले दो हप्तों से लगातार कोरोना से लोग संकृमित हो रहे हैं, लेकिन लोगों मे सावधानी के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति भर की जा रही है। बाजारों में बिना मास्क लगाए भीड़ कोरोना महामारी को रोज आमंत्रित कर रही है। अगर सावधानी नही बरतेंगे तो महामारी और भी फैलेगी। भागलपुर में ततारपुर के समीप एक सी क्लिनिक का एक कर्मचारी, बच्चा के अलावा एक ब्याख्याता, तिलकामांझी रोड सिथित एक डॉक्टर समेत 15 लोग कोरोना पॉजिटिव हुए। गोराडीह पीएचसी की नर्स ओर कर्मचारी भी शामिल हैं। इसके अलावा कई प्रखंडों 22 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।

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जूनियर डॉक्टर से नहीं कराए कोरोना मरीजो का इलाज

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत ने सूबे के मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और अस्पताल के सुप्रिडेन्डेन्ट को पत्र देकर कोरोना मरीजो का इलाज जूनियर डॉक्टर से नही करवाने का निर्देश दिया है। पत्र में कहा गया है कि ऐसी सूचना मिली है कि जूनियर डॉक्टर से इलाज कजवाने की वजह से ही कोरोना मरीजो की मौत हो रही है। जूनियर डॉक्टरों को इलाज का अनुभव नही है। अत: मरीजो का इलाज सह प्राध्यापक स्तर के डॉक्टरों से ही कजवाये। गौरतलब है कि इस तरह का पत्र जब राज्य में कोरोना मरीजी मिलने लगे थे, उस समय भी दिया गया था। लेकिन यह ब्यवस्था लागू नहीं कि गयी थी। इस वजह से जूनियर डॉक्टरों में आक्रोश था। उन्होंने इस बाबत आवाज भी उठाई थी। हालांकि अभी भी जूनियर डॉक्टर से ही कोरोना मरीजो का इलाज करवाया जा रहा है, मरीजो को वही भर्ती भी करते हैं। मायागंज अस्पताल में कई कोरोना मरीजो की मौत भी हो चुकी है।

कोरोना वार्ड में नही आते डॉक्टर

मायागंज अस्पताल के कोरोना वार्ड या आईसीयू में भर्ती कोरोना मरीजो का इलाज भगवान भरोसे है। मंगलवार को एम मरीजी ने बताया कि दो दिनों से कोरोना वार्ड में भर्ती हैं, एक भी डॉक्टर देखने नही आये। भोजन के साथ दवा की पुडिय़ा भेज दी जाती है। मरीजी को तेज खासी के साथ सास भी तेज थी, लेकिन कोई देखने नही आया। वही दूसरे मरीज को ऑक्सीजन लगाया गया था। ऑक्सीजन खत्म हो गया, इसकी जानकारी देने के बाद भी कोई नही आया। तब इसकी जानकारी अस्पताल सुप्रिडेन्डेट को दी गयी।

21 मरीजों को अस्पताल से मिली छुट्टी

टीटीसी कॉलेज के कोबिद सेंटर में भर्ती 21 लोगो को सेंटर से छुट्टी दी गयी। एक सप्ताह पहले कोरोना पॉजिटिव होने पर इन्हें भर्ती किया गया था। जिन लोगो को छुट्टी मिली उनमे भागलपुर के 6 ओर अन्य प्रखंडों के लोग शामिल हैं।

कोरोना रिपोर्ट निगेटिव

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अजय कुमार सिंह और उनके वाहन चालक की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। तीन दिन पूर्व उन्होंने जेएलएमएनसीएच में जांच के लिए सैंपल दिया था। कुलपति ने कहा कि कोरोना संक्रमण से घबराने की आवश्यकता नहीं है। बचाव ही इसका उपाय है। सभी लोग शारीरिक दूरी का पालन करें। उन्होंने कहा कि जल्द विश्वविद्यालय के आसपास और लालबाग शिक्षक कॉलोनी को सैनिटाइज किया जाएगा।


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