Coronavirus effect : कैसे होगा शारीरिक दूरी का पालन, खेत में धान की फसल तैयार, नहीं काट रहे मजदूर
Coronavirus effect कोरोना काल में किसानों को संक्रमण के खतरे को देखते हुए धान कटनी का काम प्रभावित हो रहा है। स्वास्थ्य और कृषि विभाग किसानों को जागरूक कर रहे हैं। लेकिन कोरोना काल में मजदूर खेत जाने से कतरा रहे हैं।
बांका, जेएनएन। Coronavirus effect : धान का कटोरा कहे जाने वाले बांका जिले में लहलहाती धान के पक चुकी फसलों को अब कटनी का इंतजार है। ऐसे में किसान अपनी सुविधा के अनुसार फसलों की कटाई शुरू करने की तैयारी में हैं। जिले के कुछ इलाकों में फसलों की कटनी शुरू भी हो चुकी है। लेकिन, कोरोना काल में किसानों को संक्रमण के खतरे को देखते हुए कटनी का काम करना होगा। इसे ले स्वास्थ्य व कृषि विभाग किसानों को कटनी को ले जागरूक करने में लगा हुआ है। इसके लिए कृषि विभाग ने जिले के सभी किसान सलाहकार अपने-अपने क्षेत्र में किसानों को जागरूक करने का जिम्मा दिया है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने किसानों को संक्रमण के खतरे से बचाव के लिए उपाए बताये हैं। इसके माध्यम से किसान व कृषि मजदूर संक्रमण से बच सकते हैं।
किसान राघवेन्द्र सिंह ने बताया कि उन्हें कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की ओर से जारी गाइड लाइन की पूरी जानकारी है। लेकिन, कटनी के दौरान खेतों में काम करने के लिए मजदूरों को एक-दूसरे की मदद करनी होती है। यदि मास्क का प्रयोग किया भी जाये तो शारीरिक दूरी का पालन कराना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। ऐसे में कभी-कभार नियमों का उल्लंघन भी होता है। दूसरी ओर धान के फसल की कटनी में हार्वेस्टर की भी मदद ली जाती है। इसके लिए दूसरे राज्यों से आए हुए चालक व मजदूर आते हैं और संक्रमण का खतरा बना रहता है। हालांकि पिछले सीजन में गेहूं की कटनी के दौरान विभाग की ओर से जारी निर्देशों व नियमों का पालन करते हुए कृषि कार्यों को पूरा किया गया था। उसी प्रकार इस बार भी नियमों का पालन किया जायेगा।
किसानों को नियमों का पालन करना जरूरी
सदर अस्पताल के चिकित्सक शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि कोविड-19 के लिए बनाए गए नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। विभागीय दिशा-निर्देशों के मुताबिक फसल कटाई यथासंभव मशीन चलित उपकरणों से करें। हाथ से चलने वाले उपकरण काम में लेने पर उपकरणों को दिन में कम से कम तीन बार साबुन के पानी से कीटाणु रहित करें। किसान फसल कटाई में शारीरिक दूरी की सख्ती से पालन करें।