Corona winner : युवती सहित छह ने कोरोना से जीती जंग, कोविड सेंटर से डिस्चार्ज
Corona winner घंटाघर स्थित टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में बने कोविड सेंटर से छह लोगों ने कोरोना से जंग जीत ली। सभी को सेंटर से डिस्चार्ज कर दिया गया।
भागलपुर, जेएनएन। युवती सहित छह लोगों ने रविवार को कोरोना को शिकस्त दी। सभी टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज स्थित कोविड सेंटर में दस दिनों से भर्ती थे। सभी को दवाइयां दी गई। डिस्चार्ज होने वालों में सुल्तानगंज, नाथनगर और भागलपुर का भीखनपुर मोहल्ले के रहने वाले हैं। अब कुल मिलाकर 135 मरीज भर्ती है। इसमें टीटीसी में 107 और जेएलएनएमसीएच में 28 मरीज हैं। जीने की आस छोड़ चुके सभी के चेहरे पर खुशी दिख रही थी। चिकित्सक डॉ. दिवाकर और डॉ. रवींद्र भारती और स्वास्थ्यकर्मियों ने तालियां बजाकर इनका हौसला आफजाई किया। जिन कोरोना मरीजों को शुक्रवार को टीटीसी से डिस्चार्ज किया गया। उन सभी को दोबारा जांच नहीं हुई। 14 दिनों तक घर पर ही रहने को कहा गया है।
दवाइयों और भोजन समय पर
सुल्तानगंज की नीतू कुमारी ने कहा कि यहां इलाज में किसी तरह की दिक्कतें नहीं हुई। दवाइयां और भोजन भी समय पर मिलता था। नीतू ने दूसरे कोरोना मरीजों को डॉक्टर के बताए नियम का पालन करने की बात कही। मान्यता कुमारी ने कहा कि मुझे पता ही नहीं चला कि कोरोना हो गया। सर्दी-खांसी बराबर होता रहता था। इसके बाद जांच कराए। इसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आई। रिपोर्ट आने के बाद मैं डर गई थी, लेकिन डॉक्टर और परिवार का सपोर्ट मिला तो मुझमे हिम्मत आ गई।
फोन कर मरीजों को हर दिन लिया जा रहा हाल
कंट्रोल कक्ष में बैठे पदाधिकारी हर दिन कोविड सेंटर में भर्ती मरीजों का हालचाल ले रहे हैं। भोजन से लेकर दवाइयां और सफाई के बारे में सीधी जानकारी ली जा रही है। वरीय उप समाहर्ता अमित कुमार ने बताया कि हर दिन कोविड सेंटर से मरीजों का नाम और नंबर उपलब्ध होता है। उसी नंबर से बात की जाती है।
हर दिन दर्जनों आ रहे फोन
मेडिकल कॉलेज में बने कोरोना कंट्रोल कक्ष में 24 घंटे के दौरान 35 से 40 फोन हर दिन आते हैं। कंट्रोल कक्ष में बैठे अधिकारियों से कोरोना बीमारी के बारे में सलाह-मशवरा लेते हैं। फोन पर जिन लोगों में कोरोना का लक्षण समझ में आता है उन्हें निकटतम अस्पताल में जांच कराने की सलाह दी जाती है। रविवार को भी भागलपुर के अलावा बांका, नवगछिया, खगडिय़ा और कटिहार जिले से भी कंट्रोल कक्ष में फोन आए।