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Bhagalpur railway junction : प्लेटफॉर्म पर ही होगा कोरोना मरीजों का इलाज, कोविड-19 अस्पताल तैयार

आइसोलेशन कोच में नॉन एसी कोच लगे हैं। इसमें मिडिल बर्थ को हटा दिया गया है। एक कोच में आठ केबिन होंगे। प्रत्येक केबिन में दो संक्रमितों को रखा जाएगा।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Mon, 20 Jul 2020 04:36 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jul 2020 04:36 PM (IST)
Bhagalpur railway junction : प्लेटफॉर्म पर ही होगा कोरोना मरीजों का इलाज, कोविड-19 अस्पताल तैयार
Bhagalpur railway junction : प्लेटफॉर्म पर ही होगा कोरोना मरीजों का इलाज, कोविड-19 अस्पताल तैयार

भागलपुर, जेएनएन। भागलपुर जंक्शन पर कोरोना मरीजों के इलाज के लिए कोविड-19 अस्पताल खड़ी है। अस्पताल का एक रैक प्लेटफॉर्म संख्या छह पर रहेगी और जरूरत पड़ने पर पांच नंबर को भी इस्तेमाल किया जाएगा। रेलवे यार्ड में कोविड-19 कोच रहने से ट्रेनों का रखरखाव और अन्य कार्यों पर असर पड़ेगा। इस कारण रेलवे ने छह और पांच नंबर प्लेटफॉर्म पर आइसोलेशन अस्पताल लगाने का प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग को भेजा है। दोनों प्लेटफॉर्म पर मरीजों की एंट्री दक्षिण तरफ गेट से होगा। रेलवे ने रास्ता भी तैयार कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने मालदा रेल मंडल को 20 जुलाई तक 20 आइसोलेशन कोच और चार चिकित्सकों के लिए एसी कोच तैयार करने को कहा था। लेकिन, रेलवे ने समय से तीन दिन पूर्व ही सारी तैयारियां पूरी कर ली। डीआरएम ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के मांग के अनुरूप कोच समय से पहले तैयार कर लिया गया है। भागलपुर रेल अस्पताल के अवर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सत्येंद्र कुमार को आइसोलेशन कोच को देखभाल के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है।

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एक कोच में 16 मरीजों का होगा इलाज

आइसोलेशन कोच में नॉन एसी कोच लगे हैं। इसमें मिडिल बर्थ को हटा दिया गया है। एक कोच में आठ केबिन होंगे। प्रत्येक केबिन में दो संक्रमितों को रखा जाएगा। मतलब एक कोच में 16 मरीज रहेंगे, कुल मिलाकर 20 कोच में 320 मरीजों की व्यवस्था होगी। वहीं, चिकित्सकों के लिए चार एसी कोच अलग से रहेंगे। पांच आइसोलेशन कोच पर एक एसी कोच रहेगा। एक केबिन में दो बेड लगाए गए हैं। दोनों बेड के लिए अलग-अलग ऑक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था की गई है।

यार्ड में है कई समस्याएं

दो दिन पहले सिविल सर्जन मेडिकल टीम के साथ आइसोलेशन कोच रखने के लिए यार्ड का जायजा लिया था। इसके बाद एक और दो नंबर पर आइसोलेशन कोच लगाने की बात कही गई थी। लेकिन, यार्ड में आइसोलेशन कोच खड़ी रहने से कई समस्याएं आ सकती है, दूसरे कई काम प्रभावित होंगे। यार्ड में ट्रेन लगाने की बात पर यहां कार्यरत रेल कर्मियों में दहशत हो गया था। इसके बाद रेलवे ने छह और पांच नंबर प्लेटफॉर्म पर सहमति जताई।

मुख्‍य बातें

-रेलवे ने भेजा जिना स्वास्थ्य विभाग को प्रस्ताव, छह नंबर और जरूरत पड़ने पर पांच नंबर लगेंगी दोनों ट्रेनें

-20 जुलाई तक स्वास्थ्य विभाग ने दिया था समय, समय से तीन पहले रेलवे ने कर ली पूरी तैयारी


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