Corona effect : TMBU के लिए सत्र नियमित करना चुनौती, ऑनलाइन पढ़ाई के भरोसे विवि प्रशासन
विवि और कॉलेज बंद होने के बाद भी 11 अप्रैल को कुलपति प्रो. अवध किशोर राय ने अधिकारियों के साथ अपने निजी सरकारी आवास पर बैठक की थी और छात्र हित में कई अहम फैसले लिए थे।
भागलपुर, जेएनएन। कोरोना संकट के कारण विवि सहित कॉलेजों के बंद हो जाने से अब तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के लिए सत्र को नियमित करना बड़ी चुनौती बन गई है। हालांकि इसको लेकर राजभवन का लगातार दबाव बढ़ रहा है। जुलाई से नए सत्र 2020-21 की पढ़ाई शुरू होनी है, पर इंटर का रिजल्ट प्रकाशित होने के बाद भी अब तक नामांकन की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि विगत वर्ष स्नातक पार्ट एक से लेकर थर्ड तक की कोर्स भी पूरी नहीं हो पाई है। हालांकि इसको लेकर विवि प्रशासन गंभीर है। सभी कॉलेजों को ऑनलाइन पढ़ाई कर कोर्स पूरा करने का निर्देश दिया है और मई जून में परीक्षा के लिए भी तैयार रहने को कहा है।
बता दें कि विवि और कॉलेज बंद होने के बाद भी 11 अप्रैल को कुलपति प्रो. अवध किशोर राय ने अधिकारियों के साथ अपने निजी सरकारी आवास पर बैठक की थी और छात्र हित में कई अहम फैसले लिए थे। बैठक में सीसीडीसी प्रो. केएम सिंह, प्रॉक्टर प्रो. सरोज राय, डीएसडब्ल्यू डॉ. योगेंद्र जंतु विज्ञान विभाग के हेड सह साइंस के डीन प्रो. अशोक कुमार ठाकुर एवं यूएमआइएस के समन्वयक प्रो. कमल प्रसाद सहित अन्य उपस्थित थे।
जिसमें कुलपति ने सभी पीजी विभागों के हेड को निर्देश दिया था कि रिसर्च मेथेडॉलॉजी में नामांकन को लेकर विवि से गाइड लाइन प्राप्त कर लें। और 15 मई तक शिड्यूल बनाकर विवि को को उपलब्ध करा देें। ताकि जून तक दाखिले की प्रक्रिया पूर्ण कर जुलाई में नए सत्र की पढ़ाई शुरू हो सके। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन समाप्त होते ही एक सप्ताह के अंदर एलएलएम में नामांकन की प्रक्रिया पूरी होगी। कुलपति ने सभी कॉलेजों के प्राचार्यों को विगत वर्ष स्नातक पार्ट-1 में दाखिल हुए छात्रों का पंजीयन रिपोर्ट तत्काल यूएमआइएस में जमा करने का निर्देश दिया था, ताकि पार्ट प्रथम से तृतीय तक का परीक्षा मई-जून तक ली जा सके। विवि पीआरओ डॉ. एसडी झा ने कहा कि सभी पीजी हेड एवं कॉलेज प्राचार्यों द्वारा कुलपति के निर्देशों का पालन किया जा रहा है। ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर कोर्स पूरा किए जा रहे हैं। परीक्षा संबंधी तैयारियां भी विवि स्तर से चल रही है।