corona effect : रमजान का आखिरी जुमा आज, घरों में पढ़ें नमाज
रमजान का आखिरी जुमा (अलविदा) आज है। हर मुसलमान के लिए अलविदा की नमाज बेहद अहम और खास होती है। अलविदा को छोटी ईद भी कहा जाता है।
भागलपुर, जेएनएन। रमजान का पाक महीना अब खत्म होने वाला है। ईद (Eid) के चांद से पहले जो आखिरी जुमा होता है, उसे अलविदा जुमा (Alvida Jumma) कहते हैं। अलविदा का मतलब रमजान के पाक महीने की विदाई है। इस्लाम में रमजान (Ramzan) के अखिरी जुमे यानी अलविदा को सबसे अफजल करार दिया गया है। यूं तो जुमे की नमाज पूरे साल ही खास होती है लेकिन रमजान के आखिरी जुमे अलविदा की नमाज सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है।
रमजान का आखिरी जुमा (अलविदा) आज है। कोरोना के प्रकोप से देश भर में लगे लॉकडाउन के कारण अलविदा की नमाज मस्जिदों में नहीं पढ़ी जाएगी। ईद की नमाज भी लोग घरों में शुकराने की नमाज के तौर पर अदा करेंगे।
उक्त बातें मुल्लाचक शरीफ स्थित खनकाह शहबाजिया के गद्दीनशीं सैयद शाह इंतखाब आलम शहबाजी मियां साहब ने कहा कि वर्तमान माहौल में मस्जिदों, ईदगाहों और खानकाह में जमात में नमाज अदा करना मुमकिन नहीं है। उन्होंने कहा, लोग अपने-अपने घरों में अलविदा की नमाज जोहर की नमाज के रूप में पढ़ें। ईद की नमाज भी समूह में नहीं पढ़ी जाएगी। इसलिए घरों में ही ईद की नमाज की जगह दो रेकत नमाज शुकराना या फिर नमाज ए चाश्त अदा कर लें। इस दौरान शारीरिक दूरी का पालन भी करें। उन्होंने कहा कि इस बार सोमवार को ईद होने की संभावना है। अगर शनिवार को चांद दिख गया तो ईद का त्योहार रविवार को हो सकता है।
नमाज घरों में अदा करने की अपील
बिहार कांग्रेस प्रदेश अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के सचिव रिजवी राज ने ईद के मौके पर लोगों से घरों में ही नमाज अदा करने की अपील की है। उन्होंने जारी बयान में कहा है कि कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस लिए लॉकडाउन का पालन करते हुए घरों में ही नमाज अदा करें।
सौहार्दपूर्ण वातावरण में घरों पर ही ईद मनाने की अपील
ईद पर्व को लेकर सजौर एवं शाहकुंड थानेे में थानाध्यक्ष राजीव कुमार एवं मनीष कुमार की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक की गई। थानाध्यक्ष ने कहा कि ईद पर्व को लेकर कोई भी मस्जिद में भीड़ लगाकर नमाज अदा नहीं करेंगे। सभी लोग अपने-अपने घरों में ही सौहार्दपूर्ण वातावरण में ईद मनाएंगे। बैठक में सरौनी पंचायत के मुखिया मु, हाजी इश्तियाक, प्रमुख प्रतिनिधि तारिक अनवर उर्फ मुन्ना, मु, इरशाद अंसारी आदि लोग मौजूद थे।