TMBU : मुश्किल होगी ऑनलाइन परीक्षा, पर इस अनुरूप तैयारी नहीं
विवि को अपने यहां की परिस्थिति साधन और छात्रों की सहूलियत को ध्यान में रख कर ही परीक्षा संचालन का निर्देश दिया गया है। इस मानदंड पर यहां परीक्षा का आयोजन अभी टेढ़ी खीर है।
भागलपुर, जेएनएन। यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को परीक्षा के आयोजन की भले ही पूरी स्वतंत्रता दे दी हो, पर तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में ऑनलाइन परीक्षा ले पाना मुश्किल है। परीक्षा ले पाने की व्यवस्था हो भी जाए तो नई प्रक्रिया के लिए प्रस्ताव पास कराना होगा।
विश्वविद्यालयों को अपने यहां की परिस्थिति, साधन और छात्रों की सहूलियत को ध्यान में रख कर ही परीक्षा संचालन का निर्देश दिया गया है। इस मानदंड पर यहां परीक्षा का आयोजन अभी टेढ़ी खीर है। इसका सबसे बड़ा कारण ग्रामीण क्षेत्रों के ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों का होना है। छात्रों के पास बेहतर संसाधन उपलब्ध नहीं है। वे ऑनलाइन पढ़ाई भी नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में परीक्षा दे पाना संभव नहीं है। अधिसंख्य विद्यार्थियों के पास लैपटॉप, कंप्यूटर भी नहीं हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट की स्थिति भी अच्छी नहीं है। यहां की परिस्थिति के मद्देनजर विवि में ऑनलाइन परीक्षा कराना संभव नहीं दिख रहा।
क्या होगी दिक्कत
प्रो. अशोक ठाकुर, डीन फैकल्टी ऑफ साइंस एवं डीन फैकल्टी ऑफ ह्यूमिनीटिज प्रो. बहादुर मिश्र कहते हैं कि यूजीसी का गाइड लाइंस सीधे विवि पर लागू नहीं होता है। इस दिशा में पहले राजभवन का निर्देश प्राप्त करना होगा। इसके बाद ही पूर्व की परीक्षा व्यवस्था को बदलने के लिए एकेडमिक काउंसिल से नई व्यवस्था का प्रस्ताव पास करना होगा। 50 हजार छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सेंटर तय करने होंगे। ये सेंटर रजौन, नवगछिया, कहलगांव और सुल्तानगंज आदि जगहों पर बनाने होंगे। वहां परीक्षार्थियों के हिसाब से कंप्यूटर व अन्य संसाधनों की व्यवस्था करनी होगी, जो सहज नहीं है। यहां परीक्षा की परंपरागत व्यवस्था ही अनुकूल है। ओएमआर शीट पर वस्तुनिष्ठ परीक्षा ली जा सकती है। तब यह परीक्षा तीन के बदले दो घंटे की भी हो सकती है। लेकिन अभी तो विद्यार्थियों को सब्जेक्टिव परीक्षा की ही तैयारी कराई जा रही है।