Corona effect : रेलवे के राजस्व को घाटा, कुछ इस तरह की जाएगी इसकी भरपाई
Corona effect कोरोना काल में रेलवे का भारी नुकसान हुआ। परिचालन बंद होने से राजस्व में भारी कमी हुई। रेलवे इसके लिए माल ढुलाई के कोशिश में जुटा हैा
भागलपुर, जेएनएन। नियमित ट्रेनों का परिचालन बंद होने से रेलवे के राजस्व पर बड़ा असर पड़ा है। इस राजस्व की भरपाई के रेलवे माल ढुलाई के जरिए करने की कोशिश में लगा हुआ है। मालदा रेल मंडल ने राजस्व प्राप्ति के लिए 2024 का रोडमैप तैयार कर लिया है। इन सालों के दरम्यान दोगुने माल ढुलाई कर घाटे को पाटने की योजना तैयार की है। इसके लिए डीआरएम यतेंद्र कुमार ने मंगलवार को बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट का गठन किया है। दरअसल, कोरोना संकट के बीच माल ढुलाई में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। ट्रेन परिचलन बंद होने के बाद हर दिन 15 से 20 माल गाड़ियां गुजर रहीं है। सामानों का लोडिंग-अनलोडिंग हो रहा है। ऐसे में राजस्व में इजाफा भी हुआ है। इस अभियान को जारी रखने के लिए नई रणनीति तैयार की गई है। बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट टीम में परिचालन, वाणिज्य वित्त और यांत्रिक विभागों के अधिकारियों को शामिल किया गया है।
सीनियर डीओएम होंगे कॉर्डिनेटर
मालदा मंडल के सीनियर डिविजनल ऑपरेटिंग मैनेजर एके मौर्या को बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट का कॉर्डिनेटर बनाया गया है। यह यूनिट मंडल में स्थित विभिन्न व्यावसायिक संगठन, उपभोक्ता समूहों एवं उत्पादों के साथ लगातार बातचीत कर उनके समस्याओं का समाधान करते हुए उनको रेलवे की तरफ आकर्षित करेगा। जिससे कि साल 2024 तक मालदा रेल मंडल माल ढुलाई की मात्रा को दोगुना किया जा सके। इच्छुक व्यावसायिक संगठन, उपभोक्ता और अन्य व्यापारिक किसी भी सहायता के लिए इस बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट से संपर्क कर सकते हैं।
यूनिट का मिला लक्ष्य
यूनिट मालदा रेल मंडल में ढोये जाने वाले माल की मात्रा को साल 2024 तक दोगुना करने और पारंपरिक वस्तुओं कोयला, स्टोन, चिप्स, सीमेंट और फ्लाइ ऐश के लदान की मात्रा के साथ पार्सल लोडिंग करेगा। यूनिट में वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक व वरिष्ठ मंडल यांत्रिक प्रबंधक को शामिल किया गया है।
घाटे की भरपाई के लिए विशेष रणनीति के तहत बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट का गठन किया गया है। सभी को 2024 तक माल ढुलाई का दुगना लालच दिया गया है। यह टीम काफी कारगर साबित होगी और अभी काफी बढ़ेगा। - यतेंद्र कुमार, डीआरएम, मालदा।