Corona effect : 'लॉक' हुई गाडिय़ां तो हादसों का ग्राफ हुआ 'डाउन'
लॉकडाउन के बाद सड़क हादसों का ग्राफ नीचे गिरा है। जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में हर माह सौ से ज्यादा सड़क हादसों के घायल पहुंचते थे।
भागलपुर [बलराम मिश्र]। कोरोना के संक्रमण के कारण देश में 23 मार्च से ही लॉकडाउन है। इस दौरान वाहनों का परिचालन भी बंद कर दिया गया है। गाडिय़ां जहां-तहां लॉक खड़ी हैं। इसका फायदा यह है कि जहां हर माह औसतन 20 मौतें जिले में सड़क हादसों में होती थी, अब एक पर आ गई है। लॉकडाउन के बाद सड़क हादसों का ग्राफ नीचे गिरा है। जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में हर माह सौ से ज्यादा सड़क हादसों के घायल पहुंचते थे। इस बार करीब दो दर्जन घायल ही अस्पताल पहुंचे हैं। दरअसल वाहनों का परिचालन बंद होने से यह फायदा हुआ है।
सड़क दुर्घटना
2016 में 179 मौतें
2017 में 189 मौतें
2018 में 254 मौतें
2019 में 225 मौतें
इन इलाकों में ज्यादा दुर्घटनाएं
जिले के 10 ऐसे इलाके हैं, जहां सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। इनमें विक्रमशिला सेतु, बरारी, जीरोमाइल, नाथनगर और सबौर के अलावा जगदीशपुर, कहलगांव, पीरपैंती, लोदीपुर, कहलगांव, सुल्तानगंज और घोघा शामिल हैं। इन इलाकों में करीब पुलिस ने करीब सौ स्थानों को चिह्नित किया है।
2020 में हुई दुर्घटनाएं
छह जनवरी : सबौर के मसाढू पुल पर बाइक में ट्रक से ठोकर लगने से दो लोगों की मौत।
सात जनवरी : मुरारपुर बाइपास के समीप ट्रैक्टर की टक्कर से महिला बैंककर्मी की मौत।
सात जनवरी : बाइपास टोल प्लाजा के पास लोदीपुर निवासी सुमन को ट्रक ने रौंदा।
सात जनवरी : अकबरनगर चानन पुल के समीप ट्रक ने अज्ञात युवक को रौंदा।
17 फरवरी : सेंट्रल जेल के पास पिकअप की टक्कर से ठेला चालक की मौत।
18 फरवरी : जगदीशपुर में माउंट लिटरा जी स्कूल की छात्रा की दुर्घटना में मौत।
20 फरवरी : भागलपुर-दुमका मुख्य मार्ग जगदीशपुर में ट्रक की टक्कर से ऑटो चालक की मौत।
23 फरवरी : अकबरनगर खेरहिया गांव में बाइक की टक्कर से किसान की मौत।
24 फरवरी : खेरहिया के समीम मिट्टी लदे ट्रैक्टर की टक्कर से युवक की मौत।
सात मार्च : बाइपास रोड पर ट्रक ने दो होमगार्ड जवान समेत चार लोगों को रौंद दिया था।
28 मार्च : जीरोमाइल चौक पर जीरोमाइल थाने के सिपाही मधु कुमार की ट्रक से कुचलकर मौत।