Corona effect : लॉकडाउन में आपसी खटास के साथ ही कम हुआ अपराध
Corona effect इस दौरान हत्या लूट और साइबर क्राइम की घटनाओं में कमी आई है। इनमें भी अधिकांश मामले पारिवारिक विवाद या आपसी रंजिश को लेकर दर्ज हुए हैं।
भागलपुर [संजय सिंह]। कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान समाज में कई परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। ऐसा ही एक परिवर्तन अपराध के मामलों में देखने को मिल रहा है। इस दौरान हत्या, लूट और साइबर क्राइम की घटनाओं में कमी आई है। इनमें भी अधिकांश मामले पारिवारिक विवाद या आपसी रंजिश को लेकर दर्ज हुए हैं। जब लोग खुद को बचा रहे हैं, दूसरों की चिंता कर रहे हैं, तब आपसी खटास भी कम हुई है।
पुलिस भी इसपर मंथन कर रही है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि कोरोना को लेकर पुलिस और जनता के बीच संबंध सुधरे हैं। इस कारण कुल अपराध के मामलों में लगभग 20 फीसद तक की कमी आई है। एक चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि लॉकडाउन के दौरान अन्य दिनों की तुलना में चोरी के मामले बढ़े हैं। इतना जरूर है कि बंद पड़े घरों, होटलों आदि में ही चोरी की अधिकांश घटनाएं हुई हैं। हां, बैंकों के ग्राहक सेवा केंद्रों के कर्मियों से लूट की घटनाओं में कोई कमी नहीं आई है। लॉकडाउन के दौरान दो इनामी अपराधियों समेत आधा दर्जन कुख्यात भी पकड़े गए। इसी का परिणाम है कि अपराध का ग्राफ घटा है। पुलिस की सख्ती का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि लॉकडाउन की अवहेलना करने पर 100 से अधिक लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। हर माह कोसी-सीमांचल और पूर्व बिहार में बाइक चोरी की 100 से अधिक घटनाएं प्रतिवेदित होती थीं, जबकि इस बार मात्र चार बाइकें चोरी हुई हैं।
लॉकडाउन के दौरान पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल के 13 जिलों में वाहनों से जुर्माना वसूली : दो करोड़ 67 लाख 41 हजार रुपये
पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल में अपराध के आंकड़े
अवधि : हत्या : चोरी : साइबर अपराध
मार्च : 49 : 116 : 25
लॉकडाउन : 29 : 188 : 12
जनता और पुलिस जब कंधे से कंधा मिलाकर काम करती है तो अपराधी खुद मैदान छोड़कर भाग जाता है। यही कारण है कि अपराध का ग्राफ घटा है। - आशीष भारती, एसएसपी, भागलपुर।