Corona effect : लॉकडाउन में फंसे लोगों तक मदद पहुंचा रहे भाजपा कार्यकर्ता
जिले में लॉकडाउन में फंसे लोगों के सामने भोजन की परेशानी उत्पन्न हो गई है। लगातार सामाजिक संगठन और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता उन्हें भोजन उपलब्ध करा रहे हैं।
भागलपुर, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी के भागलपुर जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय लगातार दो माह से लॉकडाउन में खाद्य सामग्री के लिए परेशान लोगों को भोजन बांट रहे हैं। उन्होंने साथ दिलीप निराला, संतोष कुमार, अभिनव कुमार, संजीब कुमार, देवव्रत घोष, प्यारे हिंद, मुरारी पासवान, प्रिंस मंडल, अजीत गुप्ता, श्वेता सिंह आदि लगे हुए हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं रोज लोगों को खाद्य सामग्री उपलब्ध करा रही है। इधर, भाजपा नेता अर्जित शाश्वत चौबे भी लगातार खाद्य सामग्री बांट रहे हैं। इसके अलावा डॉ प्रीति शेखर, जिया गोस्वामी आदि ने भी हर मुहल्ले में भोजन उपलब्ध कराया।
नवगछिया पुलिस जिला भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष और खरीक की जिला पार्षद कुमकुम चौधरी ने भाजपा जिलाध्यक्ष बिनोद मंडल एवं जिला कार्यसमिति सदस्य गगन चौधरी के साथ संयुक्त रूप से प्रखंड की गोटखरीक पंचायत के गणेशपुर समेत कई टोलों में पहुंचकर नेत्रहीन व अन्य दिव्यांग जरूरतमंदों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया। इस मौके पर जिला पार्षद कुमकुम चौधरी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण सभी कारोबार बंद हो चुके हैं। ऐसे में इसका बड़ा असर मजदूरों और गरीब तबके पर देखने को मिल रहा है। हालांकि केंद्र सरकार की तरफ से दिए जा रहे राहत पैकेज में कई सुविधाएं हैं, लेकिन कई गरीब परिवार ऐसे हैं, जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं। ऐसे लोगों की मदद के लिए बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी कई घोषणाएं भी की हैं। जिसे पंचायत स्तर पर लागू किया जा रहा है। इस मौके पर पूर्व मुखिया देवेन्द्र यादव, आलोक चौरसिया आदि की भी भागीदारी रही।
जिला पार्षद कुमकुम चौधरी अपने निजी कोष से भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहानवाज हुसैन के निर्देश पर लगातार बिहपुर विधानसभा समेत पूरे पुलिस जिले में नागरिकों, कर्मचारियों व पंचायत क्वारंटीन सेंटर में रह रहे लोगों के बीच मास्क, सैनिटाइजर, साबुन, गलब्स आदि मुहैया करा रही हैं।
भाजपा जिलाध्यक्ष बिनोद मंडल ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए इलाज से ज्यादा जागरुकता जरूरी और कारगर साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन करने से मुश्किलें तो हुई हैं। लेकिन इससे कामयाबी मिल रही है।