Corona effect : अर्जित ने लॉकडाउन में जीवन बीता रहे लोगों को दिया भोजन, सीएम को भेजा पत्र
भाजपा नेता अर्जित चौबे भागलपुर में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लॉकडाउन का पालन कर रहे लोगों को खाद्यान्न सामग्री उपलब्ध करा है। उन्होंने सीएम से सभी कई विषयों पर बात की।
भागलपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लोग लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। घर में रह रहे लोगों को अब भोजन का संकट उत्पन्न हो गया है। लोगों को इस संकट से दूर करने के लिए भाजपा के कुछ नेता व कार्यकर्ता उन्हें खाद्य सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य अर्जित शाश्वत चौबे ने भागलपुर विधानसभा क्षेत्र में खाद्य सामग्री उपलब्ध कराया। उन्होंने 15-15 किलो के 300-300 पैकेट खाद्य सामग्री भेजे। पिछले कुछ दिनों से यह सिलसिला जारी है। अर्जित ने कहा कि लगातार खाद्यान सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाजपा जेपी नड्डा जी ने फीड द निडी कार्यक्रम के तहत प्रत्येक कार्यकर्ता को जरूरतमंदों को कम से कम पांच परिवारों को राशन वितरित करने का आह्वान किया है। अर्जित ने कहा भागलपुर विधानसभा क्षेत्र में कोरोना के कारण लॉकडाउन में रह रहे लोगों को खाद्य सामग्री बांटी जा रही है। उन्होंने तय किया है कि अगले 10 दिनों का राशन तीन परिवारों के बीच वितरित किया जाएगा, जिससे 15 हजार लोग लाभांन्वित होंगे।
खाद्यान वितरण में अभय घोष सोनू, देवकुमार पांडे, सुरेंद्र पाठक, रूबी दास, सुधीर भगत, पंकज सिंह, शशि मोदी, गौरव दास, चंदन ठाकुर, मोहित सिंह, प्रमोद वर्मा, संजय भट्ट, मुन्ना सिंह, निरंजन सिंह, माखन सिंह, सुश्री चौधरी, अरुण चौबे आदि सक्रिय हैं। भागलपुर नगर के चारों मंडलों में खाद्यान्न का वितरण किया जा रहा है।
सीएम को भेजा पत्र
अर्जित ने वर्तमान परिस्थिति में ईंट भट्ठा निर्माण से जुड़े मजदूरों के पलायन रोकने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और खान एवं भूतत्व मंत्री को पत्र भेजा। उन्होंने पत्र के माध्यम से आग्रह किया है कि कोरोना महामारी के कारण लाखों गरीब-मजदूर पड़ोसी राज्यों में पलायन करना पड़ रहा है, चूंकि ऐसे मजदूरों के पास कोई काम नहीं है। उन्हें वेतन भी नहीं मिल रहा है। वे रोज दैनिक मजदूरी करने वाले अत्यंत गरीब हैं। अर्जित ने उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को पत्र भेजा है।
हार्वेस्टर लाने की अनुमति प्रदान करें
अर्जित ने कहा इस मौसम में रबी फसल के कटाव का समय है, जिसमें गेंहू, मक्का आदि रबी फसल काटने वाले मजदूर कोरोना के कारण खेत नहीं जा पा रहे, जिससे उसका फसल बर्बाद हो जाएगा। अर्जित ने मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि इसके लिए हार्वेस्टर लाने की अनुमति प्रदान की जाय।
अर्जित ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से आग्रह किया है कि जेएलएनएमसीएस में केवल भागलपुर ही नहीं बल्कि आसपास के 12 ज़िलों के लोग आपातकालीन स्थिति में इलाज के लिए आते हैं। ऐसी स्थिति में इन मरीजों को पावापुरी जाने में छह घंटे लग जाएंगे। उन्होंने कहा कि आपातकालीन स्थिति की व्यवस्था भी ठीक नहीं है। अतः क्वारेंटाइन क्षेत्र को छोड़कर कर आपातकालीन व्यवस्था जेएलएनएमसीएस में ही सुनिश्चित रहे।
सिर्फ कोरोना मरीजों का ही उपचार किया जाएगा
यहां बता दें कि जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (जेएलएनएमसीएस) में अब सिर्फ कोरोना मरीजों का ही उपचार किया जाएगा। बिहार सरकार ने कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या की संभावना को देखते हुए अस्पताल अधीक्षक को यह निर्देश दिया है। अस्पताल में कोरोना के अलावा जितने भी मरीज भर्ती हैं, उन्हें नालंदा, पावापुरी और गया मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेजने को कहा गया है। इस अस्पताल में सिर्फ भागलपुर, कोसी व पूर्णिया प्रमंडल के कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज किया जाएगा। अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल ने कहा कि अस्पताल के विभिन्न विभागों में करीब 200 मरीज भर्ती हैं। जो मरीज सरकार के निर्देशित अस्पताल में जाना चाहेंगे, उनके जाने का साधन प्रशासन उपलब्ध कराएगा।