Corona effect : बेटे नहीं आ सके तो पत्नी ने दी पति को मुखाग्नि, किया दाहसंस्कार
कोराना वायरस के संक्रमण के बचने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन है। इसी दौरान सुपौल में एक वृद्ध के निधन पर उनका पुत्र घर नहीं आ सका।
सुपौल, जेएनएन। पिता की मृत्यु के बाद दिल्ली में फंसे उनके बेटे लॉकडाउन के कारण घर नहीं आ सके। इस कारण भतीजे को मुखाग्नि देने को कहा गया, लेकिन उसके मुकरने के बाद पत्नी ने मंगलवार को अपने पति को मुखाग्नि दी।
मामला सदर प्रखंड स्थित बरूआरी वार्ड नंबर छह का है। यहां लखन साह (68 वर्ष) की मौत सोमवार रात को हो गई। इनके तीनों बेटे संजय साह, रामचंद्र साह और चंद्रकिशोर साह दिल्ली में मजदूरी करते हैं। लॉकडाउन के कारण ये घर नहीं आ सके। गांव के लोगों ने निर्णय लिया कि भतीजे से मुखाग्नि दिलवाई जाए, लेकिन भतीजे ने इससे इन्कार कर दिया। इसके बाद लखन साह की पत्नी सुमित्रा देवी ने उन्हें मुखाग्नि दी। लखन साह के बड़े बेटे संजय साह ने बताया कि पिता के निधन की सूचना मिलने के बाद उन्होंने दिल्ली में कई अधिकारियों के पास फरियाद की, लेकिन कहीं से भी अपेक्षित सहयोग नहीं मिला। इस कारण वह घर नहीं पहुंच सके। इसके बाद उनकी मां को ही मुखाग्नि देनी पड़ी।
वृद्ध महिला की मौत, समाज ने कराया दाहसंस्कार
भागलपुर के नाथनगर प्रखंड के रामपुर खुर्द पंचायत स्थित मुसहरी टोला निवासी रशमी देवी ( 75) की मंगलवार की सुबह मौत हो गई। लॉकडाउन होने की वजह से वह बैंक से अपना रुपये नहीं निकाल पा रही थी। फिलहाल राहत सामग्र्री से भोजन चल रहा था। महिला के परिवार में तीन लोग थे लेकिन घर में राशि न होने के कारण वे परेशान थे। महिला की मौत के बाद स्थानीय समाजसेवी उसके दाह संस्कार को लेकर आगे आए तब महिला का दाह संस्कार हुआ। समाजसेवी विजय यादव, प्रदीप यादव ने स्वजनों को राशि दी। वहीं, जदयू नेता पप्पू मंडल मुसहरी टोला पहुंचे। वहां रह रहे लगभग सौ परिवारों को आश्वस्त किया कि किसी को भी कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। सभी को बुधवार से सूखा राशन उपलब्ध कराया गया।