अधिकारियों और खेल संघों में ठनी, सैंडिस कंपाउंड स्टेडियम पर किसका हक
जिले में खेलकूद गतिवधियों को संचालित करने के लिए सैंडिस कंपाउंड स्टेडियम पर हक की लड़ाई शुरू हो गई है। इसके लिए खेल संघों ने बैठक की।
भागलपुर, जेएनएन। स्मार्ट सिटी योजना से लंबे इंतजार के बाद धरातल पर कार्य शुरू होते ही सैंडिस कंपाउंड स्टेडियम के हक व अधिकार की लड़ाई शुरू हो गई। इसको लेकर भागलपुर फुटबॉल एंड एथलेटिक्स एसोसिएशन ने प्रशासन को न्यायालय में घेरने की तैयारी शुरू कर दी।
सैंडिस कंपाउंड स्टेडियम में राजेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में खेल संघों की बैठक हुई। बैठक में कहा गया कि स्टेडियम फुटबॉल व एथलेटिक्स के लिए पूर्व से ही चिह्नित है और स्मार्ट सिटी की योजना में सिर्फ क्रिकेट की ही चर्चा है। फुटबॉल व एथलेटिक्स व अन्य खेलों के खिलाडिय़ों के लिए स्टेडियम निर्माण किया जाए। विभिन्न संघों ने प्रशासन से कई सवालों के माध्यम घेरा है। फुटबॉल व एथलेटिक्स एसोसिएशन द्वारा वर्ष 1911 से ही स्टेडियम का इस्तेमाल किया जा रहा है। स्टेडियम में गृह रक्षा वाहिनी कार्यालय को किराये पर दिया गया है। जिसका किराया भी संघ के बैंक खाते में जमा हो रहा है। जिस संघ के जिम्मे स्टेडियम है उसके लिए स्मार्ट सिटी की कोई योजना नहीं है। इसके बदले क्रिकेट मैदान आधारित कार्य कराया जा रहा हैं। क्रिकेट एसोसिएशन को मैदान स्थानांतरित करने की प्रक्रिया पर संघों ने आपत्ति दर्ज की है। अवैध तरीके से क्रिकेट प्रशिक्षण केंद्र संचालित किया जा रहा है, जिसकी आय निजी मद में उपयोग हो रही है। जबकि मैदान से आने वाला आय संघ के खाते में जमा होना चाहिए।
इतना ही नहीं सैंडिस कंपाउंड के दर्शक दीर्घा को खेल संघ को सूचना दिए बिना ही तोड़ दिया गया। मैदान में किस परिस्थिति में ताला लगवाया गया है इसका प्रशासन से जवाब मांगा गया है। जबकि इसे खुलवाने के लिए आवेदन भी दिया गया। लेकिन, कार्रवाई नहीं हुई। एथलेटिक्स व फुटबॉल खिलाडिय़ों को अभ्यास के लिए रोका जा रहा है। इन सभी मुद्दों को लेकर संघ ने प्रशासन को न्यायालय में घेरने की तैयारी की है। इस मौके पर नसर आलम, कुमार रणवीर, प्रवीण कुमार झा, पवन कुमार, प्रणव कुमार तिवारी, राजीव लोचन, अकरम अली, मो. फारूक आजम, पवन कुमार सिन्हा व मानस कुमार आदि मौजूद थे।
सैंडिस मैदान में सभी खेलों के आधारभूत संरचना का विकास होना चाहिए। सिर्फ क्रिकेट आधारित स्टेडियम निर्माण की बात होगी तो संघ उसका विरोध करेगा। - नसर आलम, सचिव, जिला एथलेटिक्स संघ
स्टेडियम बनेगा तो सभी तरह के खेल होंगे। अभ्यास के लिए मैदान में किसी को नहीं रोका गया है। आगे भी नहीं रोका जाएगा। क्रिकेट का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है। आरोप बेबुनियाद है। - डॉ. आनंद मिश्रा, सचिव, भागलपुर क्रिकेट ऐसोसिएशन