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लाखों भुगतान के बाद भी चार करोड़ी जिला नियंत्रण भवन का निर्माण ठप, जानें... क्यों रुका है कार्य

जिला नियंत्रण कक्ष के साथ ही पुराने भवनों में चल रहे कई अन्य कार्यालयों को भी इस भवन में शिफ्ट किया जाएगा। किसी कार्य से आने वाले इस भवन में उपभोक्ताओं के बैठने की सुविधा होगी।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Wed, 05 Dec 2018 09:16 PM (IST)Updated: Thu, 06 Dec 2018 06:50 AM (IST)
लाखों भुगतान के बाद भी चार करोड़ी जिला नियंत्रण भवन का निर्माण ठप, जानें... क्यों रुका है कार्य
लाखों भुगतान के बाद भी चार करोड़ी जिला नियंत्रण भवन का निर्माण ठप, जानें... क्यों रुका है कार्य

भागलपुर [जेएनएन]। साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, भागलपुर आपूर्ति क्षेत्र कार्यालय परिसर में छह सालों से विद्युत जिला नियंत्रण कक्ष (डीसीआर) का निर्माण कार्य बंद है। ठेकेदार ने अधूरा निर्माण कर कार्य बंद कर दिया। टेंडर पटना की केम्स सर्विस को मिला था। कई बार चेतावनी के बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं करने पर संवेदक का टेंडर रद कर दिया गया है।

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सात सल पूर्व जिला नियंत्रण कक्ष का निर्माण शुरू किया गया था। चार करोड़ की लागत से बनने वाले चार मंजिले भव्य भवन का प्रथम तल का निर्माण करने के बाद ठेकेदार ने काम बंद कर दिया। काम बंद करने पर कई बार विभाग द्वारा संवेदक को लेटर लिखा गया। जवाब नहीं मिलने पर संवेदक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए टेंडर रद कर दिया गया।

विभागीय अधिकारियों के अनुसार इस पर ठेकेदार हाईकोर्ट में याचिका दायर किया। हाईकोर्ट से उसके पक्ष में डिक्री मिलने पर पुन: भवन निर्माण का कार्य शुरू किया। लेकिन कुछ दिनों बाद ही निर्माण कार्य बंद कर दिया। इस पर संवेदक को कई बार पत्र लिखा गया, लेकिन कोई जबाव नहीं मिला। आखिरकार संवेदक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ठेका रद कर दिया गया। काम के एवज में ठेकेदार को लाखों का भुगतान भी किया गया है।

जिला नियंत्रण कक्ष के साथ ही पुराने भवनों में चल रहे कई अन्य कार्यालयों को भी इस भवन में शिफ्ट किया जाएगा। किसी कार्य से आने वाले इस भवन में उपभोक्ताओं के बैठने की सुविधा होगी। इसके अलावा भी कई अन्य सुविधाएं इस भवन में होगा। बांका, मुंगेर, शेखपुरा में डीसीआर भवन का निर्माण तीन साल पूर्व पूरा हो चुका है। लेकिन भागलपुर में यह प्रोजेक्ट छह सालों से लंबित है।

सहायक अभियंता (सिविल) मनीष कुमार ने बताया कि संवेदक द्वारा आजतक काम बंद के कारणों को नहीं बताया गया। केम्स सर्विस का ठेका रद कर पुन: टेंडर किया जाएगा। टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जा रही है।


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