दीपांकर ने कहा- कोरोना के बहाने मोदी-नीतीश ने की चुनाव को चुराने की साजिश, जनता कर रही नाकाम
मोदी और उनके समर्थित नीतीश कुमार की सरकार हारने वाली है। मोदी सरकार ने भारत से करोना से बचाव के लिए 21 दिन मांगे थे परंतु यहां सात महीने बीतने को है अब तक इसका टीका मुहैया नहीं हो पाया था।
संवाद सूत्र, बारसोई (कटिहार)। केंद्र की मोदी सरकार और बिहार की नीतीश सरकार ने कोरोना का भय दिखाकर चुपके से विधानसभा चुनाव को चुरा कर अपने पक्ष में कर लेने की साजिश रची थी, मगर जनता ने खुलकर चुनावी कार्यक्रमों में भाग लिया और एनडीए की साजिश को नाकाम कर दिया। यह बातें भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने गुरुवार को बारसोई अनुमंडल मुख्यालय स्थित बीडी कॉलेज के मैदान में महागठबंधन के समर्थित उम्मीदवार महबूब आलम के पक्ष में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहीं।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव जनता लड़ रही है। युवा मतदाता चुनाव लड़ रहे हैं। जनता की जय जयकार है। केंद्र की सरकार और बिहार सरकार ने लोगों को ठगने का काम किया है। उन्होंने मोदी सरकार को झूठा कहते हुए कहा कि बिहार के मजदूर भारत के विभिन्न महानगरों से जैसे तैसे जान जोखिम में डालकर गिरते- पड़ते, मरते -मराते अपने घर को अपनी स्वयं की सहायता से पहुंचे हैं।
मोदी और उनके समर्थित नीतीश कुमार की सरकार हारने वाली है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने भारत से करोना से बचाव के लिए 21 दिन मांगे थे परंतु यहां सात महीने बीतने को है, अब तक इसका टीका मुहैया नहीं हो पाया था। इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर ने कहा कि 15 वर्षों तक शासन चलाने के बाद भी बिहार सरकार के पास कोई भी मुद्दा नहीं है, जिसे लेकर वह चुनाव में लोगों का सामना कर सके। बिहार के युवाओं को रोजगार नहीं मिला और सरकार पलायन रोकने में नाकाम रही।
अनवर ने प्रधानमंत्री मोदी को बहरूपिया करार देते हुए कहा कि अलग-अलग रूप बनाकर जनता को बेवकूफ बना रहे हैं। इस बार बिहार की जनता नीतीश कुमार का तख्ता पलट देगी और डबल इंजन की सरकार के विरुद्ध महागठबंधन की सरकार को समर्थन कर उन्हें वापस गद्दी पर बैठाएगी। वहीं इस अवसर पर एनडीए समर्थित उम्मीदवार भाकपा माले के महबूब आलम, कांग्रेस के नगीना प्रसाद यादव, शौकत हुसैन, माले नेत्री जूही महबूबा, भाकपा माले नेत्री कविता कृष्णन, सीमा उमेश आदि मौजूद थे।