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दो डेटोनेटर बम के सहारे नाथनगर स्टेशन को उड़ाने की थी साजिश, पुलिस की तत्परता से टला हादसा

नाथनगर स्‍टेशन को बुधवार की रात दो डेटोनेटर बम के सहारे उड़ाने की साजिश रची गई थी। दोनों बम काफी शक्तिशाली थ। पुलिस को जांच के दौरान वहां से एक पर्स भी मिला है। उसमें कई जगहों पर बम विस्‍फोट का जिक्र है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Thu, 18 Feb 2021 08:55 PM (IST)Updated: Thu, 18 Feb 2021 08:55 PM (IST)
नाथनगर स्‍टेशन को बुधवार की रात जांच करती पु‍लिस। जागरण।

जासं, भागलपुर। दो डेटोनेटर बम के माध्यम से अज्ञात अपराधियों ने नाथनगर स्टेशन को उड़ाने की जबरदस्त साजिश रची थी। लेकिन उस वक्त स्टेशन रोड मे गस्ती कर रहे नाथनगर इंस्पेक्टर मु.सज्जाद हुसैन को कानो कान कुछ लोगों द्वारा बम स्टेशन पर रखे जाने की सूचना मिली। तत्काल वे सक्रिय हुए और घटनास्थल पर पहुंचे और इसकी सूचना अपने वरीय पुलिस अधीक्षक व जीआरपी को दी। इसके बाद देखते ही देखते पूरा महकमा अलर्ट हो गया।

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पुलिसिया अनुसंधान मे बुधवार की देर रात घटनास्थल से बरामद अत्यंत विस्फोटक बम मे दो डेटोनेटर बम और बारह कॉपर वायर मिलने की पुष्टि हुई है। हालांकि 24 घंटे बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ अपराधियो तक नही पहुंच पाई है। इतनी बड़ी घटना को लेकर किसी की गिरफ्तारी नही हुई है। बम से स्टेशन को उड़ाने की साजिश को लेकर जिला पुलिस और जीआरपी दोनो के होश उड़े हुए हैं। इसके पहले भी पटरी पर बम रखे जाने की कई बार घटनाएं हुई है। लेकिन इस बार जिस तरह नियोजित ढंग से अपराधियों ने बड़ी घटना को अंजाम देने का प्रयास किया था, इससे हर कोई हैरान है।

कैसे होता ब्लासट

नाथनगर इस्पेक्टर मु. सज्जाद हुसैन ने बताया कि जिस तरह से पटरी के बगल मे बम रखा गया था, उसके कॉपर वायर बाहर निकले हुए थे। जैसे ही ट्रेन गुजरती वह स्पार्क होता और वह जोरदार धमाके के साथ ब्लासट हो जाता फिर बड़ी दुर्धटना हो सकती थी। इस तरह के विस्फोटक का उपयोग बड़े पुलो को तोडऩे या उड़ाने मे किया जाता है।

इस तरह के बमों का उपयोग नक्सली या आतंकवादी करते है। उन्होंने बताया कि बारह वायर निकलने के कारण पहले तो हमलोगो को लगा कि उसमे बारह डेटोनेटर बम है। लेकिन उसके अंदर दो ही डेटोनेटर बम थे।

बम के पास मिला था एक पर्स

पुलिस ने बम के पास एक पर्स भी बरामद किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त पर्स मे पुलिस को एक पत्र मिला है। उक्त पत्र मे मुजफ्फरपुर और कई अन्य जगहो पर पूर्व मे घटित कई बड़ी घटनाओं की जिक्र भी था और वत्र्तमान मे नियोजित घटनाओं का अंजाम देने का भी जिक्र था। पत्र लाल रंग से लिखा हुआ था। हालांकि इस संबंध मे पुलिस कुछ भी बताने से इनकार कर रही है। इंस्पेक्टर ने बताया कि सारा चीज जीआरपी को सुपुर्द कर दिया गया है।अब जांच उनके जिम्मे है।

शाम होते ही अंधेरे मे डूब जाता है स्टेशन

रेलवे की कुव्यवस्था के कारण नाथनगर स्टेशन का अधिकतर भाग घुप अंधेरे मे डूब जाता है।जिसका लाभ आसपास के अपराधी भी उठाते हैं। वहां गंजेरियों,नशेडिय़ो और अपराधियों का अड्डा जमा रहता है।लोगों की माने तो ये छुटभैये अपराधी लूटपाट और छिनतई की घटना को अंजाम देते है।लेकिन वहीं लोगों को कहना है जिस तरह से स्टेशन को दहलाने और उड़ाने की साजिश रची गई थी वह छुटभैये अपराधी नही कर सकते है। क्याोंकि वह सिर्फ नशा और लूटपाट के नियत से रहता है।

नूरपुर मालजी टोला निवासी हरदेव राय ने बताया कि शाम ढलते ही यहां नशेडिय़ो का जमावड़ा लग जाता है। हमलोग भय से कुछ नही बोल पाते है। वहीं मुकेश नाथ मल ने बताया कि शाम ढलते ही इतना अंधेरा छाा जाता है,क्या पाता किस तरह के लोग यहां बैठकी लगाते है। रोशनी की व्यवस्था को लेकर कई बार रेल प्रशासन को ज्ञापन सौपा गया । लेकिन कोई संज्ञान नही लिया।


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