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गंगा व नदी संरक्षण पर प्रतियोगिता सात अप्रैल से, मिलेगा इनाम, इस प्रकार लें भाग

सात अप्रैल से आठ मई तक होगी नमामि गंगे प्रतियोगिता। न्यूनतम 10 वर्ष और इससे अधिक उम्र के युवा और बुजुर्ग ले सकते हैं भाग। 22 मार्च से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू। छात्र जीवन से पानी की महत्ता समझाने और इसके संरक्षण के लिए यह जरुरी है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Fri, 26 Mar 2021 11:39 AM (IST)Updated: Fri, 26 Mar 2021 11:39 AM (IST)
गंगा व नदी संरक्षण पर प्रतियोगिता सात अप्रैल से, मिलेगा इनाम, इस प्रकार लें भाग
गंगा नदी भागलपुर। इसके संरक्षण पर प्रतियोगिता होगी।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। गंगा सहित अन्‍य नदियों की स्वच्छता, सफाई और प्रदूषण मुक्‍त करने के प्रति लोगों को जागरुक करने को लेकर नमामि गंगे द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। इसके एक प्रतियोगिता का रूप दिया है। छात्रों को जल की महत्ता समझाने और इसके संरक्षण लेकर एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।  नमामि गंगे के तहत गंगा क्वेस्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।

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वल्‍ड वाटर डे 22 मार्च से इस प्रतियोगिता में शामिल होने वालों का निबंधन होगा। इस संबंध में नगर निगम के सिटी प्रबंधक रवीश चंद्र वर्मा ने कहा कि सात अप्रैल को क्विज की शुरुआत होगी। विश्व स्वास्थ्य दिवस इस आयोजित करेगा। आठ मई को भी प्रतियोगिता होगी। इसके बाद विश्व पर्यावरण दिवस पर पांच जून को फाइनल लाइव प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।  गंगा दशहरा को सफल प्रतिभागियों के बीच पुरस्कार बांटा जाएगा। इस बार गंगा दशहरा 20 जून को  है। प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। इसमें सभी लोग भाग ले सकते हैं। लेकिन न्‍यूनतम आयुसीमा 10 वर्ष रखी गई है।

तीन चरण में होगा आयोजन

पहले चरण में केवल दृष्टिकोण का आयोजन किया जाएगा। दूसरे राउंड मे एनसीइआरटी से संबंधित कुछ प्रश्‍न पूछे जाएंगे। इसके बाद लाइव राउंड किया जाएगा। इसमें सफल होने वाले पुरस्‍कृत होंगे।

वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं

इसके लिए 8826276004 पर भी संपर्क कर सकते हैं। वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा है। इसमें पहचान पत्र और ई-मेल आइडी की जानकारी देनी होगी। सामान्य ज्ञान, पर्यावरण, गंगा सहित कुछ अन्‍य नदियों के संबंध में प्रश्‍न पूछे जाएंगे।

गंगा का संरक्षण जरुरी है

गंगा के संरक्षण के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसे प्रदूषण होने से बचाया जा रहा है। केंद्र और राज्‍य सरकार सतत इसके लिए प्रयासरत है। कई स्‍वयंसेवी संगठनों ने भी गंगा को प्रदूषणमुक्‍त करने के लिए योजनाएं बनाई है। लगातार गंगा संरक्षण पर जोर दिया जा रहा है।


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