पहली एवं दूसरी कक्षा के बच्चे होमवर्क से होंगे मुक्त, बस्ते का बोझ भी निर्धारित
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्यों को नोटिस जारी किया है। यह आदेश सभी राज्यों को पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। जानिए क्या है निर्देश में
भागलपुर [जेएनएन]। स्कूली बच्चों के लिए अच्छी खबर है। अब पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को घर पर काम करना यानि होमवर्क नहीं दिया जाएगा। सरकार की ओर से 20 नवंबर को जारी सर्कुलर के मुताबिक, कक्षा पहली से लेकर बारहवीं तक के बच्चों के बस्ते का बोझ भी सीमित कर दिया है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्यों को नोटिस जारी किया है। यह आदेश सभी राज्यों को पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा किताबें लाने के लिए भी बच्चों को बाध्य नहीं किया जाएगा। डीईओ मधुसूदन पासवान ने कहा कि सरकार के निर्देशों का जिले के हर स्कूलों को पालन करवाया जाएगा।
केवल दो ही किताबें अनिवार्य
कक्षा पहली व दूसरी कक्षा के बच्चों को अब शिक्षक कोई भी होमवर्क नहीं दे पाएंगे। इसके साथ-साथ कक्षा पहली से दूसरी तक भाषा, गणित विषय से संबंधित केवल दो ही किताबें अनिवार्य हैं, जबकि कक्षा तीसरी से पांचवीं तक भाषा, ईवीएस, गणित विषय की केवल एनसीईआरटी पाठ्यक्रम की पुस्तकें अनिवार्य की गई हैं।
अन्य कक्षाओं के लिए बस्ते का यूं होगा बोझ
कक्षा तीन से पांच - 2-3 केजी
कक्षा छह-सात - 04 केजी
कक्षा आठ-नौ - 4.5 केजी
कक्षा दशम - 05 केजी