CBSE Board 10th Result 2020 : भागलपुर जिले के टॉपरों ने कहा- बेहतर अंक लाने के लिए स्वाध्याय जरूरी
CBSE Board 10th Result 2020 अमन जिला का टॉपर रहा। अभिनव और रीतिका सैकेंड टॉपर। मोनीर जिले में तीसरे स्थान पर। विपुल व संगम को चौथा स्थान मिला है। सभी ने कहा-स्वाध्याय जरुरी।
भागलपुर, जेएनएन। CBSE Board 10th Result 2020 : सीबीएसई बोर्ड ने दसवीं की परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष जिले का रिजल्ट बेहतर रहा। 90 फीसद से अधिक छात्र-छात्राओं ने इस परीक्षा में सफलता की छलांग लगाई है। जिले के टॉपरों ने कहा कि विद्यालय में पढ़ाने के अलावा अगर बच्चे स्वाध्याय करेंगे तभी सफलता मिलेगी। पढ़ाई के लिए एकाग्रता जरूरी है।
जिले के टॉप पांच मेधावी छात्र
1. अमन वर्मा - 98.6 फीसद अंक - सेंट जोसेफ स्कूल कहलगांव
2. अभिनव आनंद - 98.2 फीसद अंक - डीएवी स्कूल भागलपुर
2. रितिका देव - 98.2 फीसद अंक - डीएवी स्कूल भागलपुर
3. मोनीर अख्तर - 98.0 फीसद अंक - सेंट जोसेफ स्कूल कहलगांव
4. संगम कुमार मिश्रा - 97.8 फीसद अंक - आनंदराम ढांढानिया सरस्वती विद्या मंदिर भागलपुर
4.विपुल वर्मा - 97.8 फीसद अंक - डीएवी स्कूल भागलपुर
आभूषण व्यसायी के घर का रत्न बना अमन
सेंट जोसेफ स्कूल कहलगांव के छात्र अमन वर्मा ने 98.6% अंक प्राप्त कर जिले में टॉपर होने का गौरव प्राप्त किया है। कहलगांव के आभूषण व्यवसायी परिवार में सीबीएसई बोर्ड की 10वीं कक्षा की परीक्षा में अमन वर्मा रत्न की तरह चमक बिखेर रहा है। । हालांकि पुश्तैनी व्यवसाय से इतर अमन के परिवार का शिक्षा से काफी पुराना नाता रहा है। अमन के दादा जी डॉ हनुमान वर्मा पशुपालन विभाग में डिप्टी डायरेक्टर के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। वहीं अमन का चाचा इंजीनियरिंग कर अमेरिका में कार्यरत है। अमन के पिता अनिल प्रियदर्शी ने भी विज्ञान में मास्टर्स डिग्री हासिल की है। उन्होंने पैतृक व्यवसाय में आने के लिए जेमोलॉजी की डिग्री हासिल ली है। अमन की माता सुमन सोनी भी स्नातक हैं। अमन ने 98.6 फीसद अंक प्राप्त कर अपने स्कूल के साथ-साथ शहर का नाम भी रौशन किया है। शहरवासी भी इस उपलब्धि से गौरवान्वित हैं। अमन अपनी इस उपलब्धि का श्रेय स्कूल के शिक्षकों, अपने माता-पिता के साथ साथ शहर में उसके मददगार रहे विज्ञान के शिक्षक अभय कुमार सिंह व संस्कृत के शिक्षक जितेंद्र कुमार मिश्रा को देते हैं। जिनके संपर्क में रह कर उसने विज्ञान और संस्कृत की जटिलताओं को सीखा। अमन ने अपने भविष्य की योजना पर अभी कोई फैसला नहीं लिया है। फलहाल वह विज्ञान से ही प्लस टू करेगा।
अभिनव को डॉक्टर बनने की है तमन्ना
डीएवी भागलपुर के छात्र अभिनव आनंद चिकित्सक बनना चाहते हैं। अभिनव ने कहा कि उसे जीव विज्ञान से काफी लगाव रहा है। यह जानने की इच्छा रहती है कि शरीर के विभिन्न अंग कैसे काम करते हैं। गांव समाज में गरीबों को बीमारी से कितनी परेशानी होती है, उनके दर्द को पास पड़ोस में काफी करीब से देखा है। चिकित्सक बनकर ऐसे लोगों के काम आ सकेंगे। कहा, अध्ययन के दौरान जो कमियां समझ में आती थीं, उसे निरंतर दूर करने का प्रयास करता था। शिक्षक जिस पाठ से अधिक प्रश्न पूछे जाने की बात कहते थे, परीक्षा को ध्यान में रख कर उसकी गहराई से तैयारी करता था। इसका लाभ मिला। अभिनव ने अपनी सफलता का श्रेय सेल्फ स्टडी के साथ-साथ अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया।
आइएएस बनकर शैक्षिणक व्यवस्था सुदृढ़ करना चाहती है रीतिका
सबौर के फरका गांव निवासी रीतिका आइएएस बनना चाहती है। रीतिका का मानना है कि शिक्षा जीवन का सबसे बड़ा हथिहार है। आइएएस बनकर वह राज्य की शैक्षणिक व्यवस्था सुदृढ़ करना चाहती है, ताकि समाज के निचले पायदान तक शिक्षा सहज और सुलभ हो सके। सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में सेल्फ स्टडी के बल पर 98.2 फीसद अंक हासिल कर जिले में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाली डीएवी की छात्रा रितिका गांव की आर्थिक बदहाली को भी दूर करना चाहती है। उसने अपने जूनियर को बेहतर अंक लाने के लिए तनाव मुक्त होकर खूब पढऩे की सलाह दी है। रीतिका ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता को दिया है।
मोनिर के घर आई दोहरी खुशी
एनटीपीसी कहलगांव में कार्यपालक सचिव पद पर कार्यरत सफी अख्तर के लिए इस वर्ष के सीबीएसई का नतीजे दोहरी खुशी लेकर आया। पुत्र मोनिर अख्तर ने दशवीं कक्षा में 98 फीसद अंक प्राप्त किया है। वह सेंट जोसफ स्कूल दीप्तिनगर का छात्र है। मोनिर प्लस टू भी इसी स्कूल से करेगा। वह विज्ञान संकाय में मैथ्स और बायोलॉजी दोनों विषयों को साथ रख पढ़ेगा। मोनिर अपनी सफलता का श्रेय स्कूल के शिक्षकों सहित अपने माता पिता और बहन नादिरा को देता है। मोनिर की इस सफलता से बिजलीघर की कॉलोनी दीप्तिनगर में हर्ष का माहौल है। वहीं उसकी बड़ी बहन नादिरा सफी ने सीबीएसई 12वीं में बेहतर प्रदर्शन किया था। दो दिन पहले आए नादिरा सफी का परिणाम ने सेंट जोसफ स्कूल दीप्तिनगर का नाम रोशन किया। उन्हें 95.6 प्रतिशत अंक मिले थे। वे स्कूल टॉपर बनी थीं।
आइआइटीएन बनना चाहते है संयम
आनंदराम ढांढनियां सरस्वती विद्या मंदिर भागलपुर का छात्र संगम कुमार मिश्र को सीबीएसई 10वीं में 97.8 फीसद अंक मिले। वे आइआइटीएन बनना चाहते हैं। जिले में उनको चौथा स्थान मिला है। संगम ने बताया कि 10+2 की पढ़ाई वह यहीं से करेगा। यहां बेहतर के शिक्षकों ने उनका बेहतरीन मार्गदर्शन किया। यहां परिवारभाव के साथ पढ़ाया जाता है। उन्होंने कहा कि रिजल्ट प्राप्त करने के लिए नहीं बल्कि ज्ञान के लिए पढ़ाई करें। पढ़ाई का मतलब ज्ञान की प्राप्ति से होनी चाहिए। इसके लिए स्वाध्याय जरूरी है। जो स्वाध्याय करेंगे उनका रिजल्ट भी बेहतर होगा। संगम ने बताया कि विद्यालय में नियमित अध्ययन एवं स्वाध्याय से उन्हें यह सफलता मिली है। माता पिता एवं गुरुजनों ने उन्हें काफी सहयोग किया। संगम के पिता इसी विद्यालय में संस्कृत के शिक्षक हैं, मां गृहणी है। उनके पिता जटाशंकर मिश्र ने बताया कि संगम शुरू से ही मेहनती है। संयम को विद्यालय के प्रधानाचार्य अनंत कुमार सिन्हा ने बधाई दी है। उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।