बजट 2022: बिहार-झारखंड के रेल यात्रियों को वित्त मंत्री का बड़ा तोहफा, भागलपुर से रांची तक का सफर और होगा आसान
Budget 2022 बिहार-झारखंड के रेल यात्रियों को वित्त मंत्री ने बड़ा तोहफा दिया है। भागलपुर से रांची तक का सफर और आसान होने वाला है। इसके लिए तीसरी रेलवे लाइन पीरपैंती-जसीडीह के लिए फंड का आवंटन कर दिया गया है। आने वाले समय में...
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Budget 2022: केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा पेश आम बजट में रेलवे क्षेत्र में भागलपुर के यात्रियों को मंगलवार को केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा पेश आम बजट में बड़ी सौगात मिला है। लंबित परियोजना के कार्यो में तेजी आएगी। रेललाइनों का जाल बिछेगा। पीरपैंती-जसीडीह नई रेललाइन परियोजना के लंबित पीरपैंती-गोड्डा लाइन के काम में अब तेजी आएगी। जल्द ही इस अलाइनमेंट पर काम शुरू होने के साथ ही बदलाव भी नजर आएगा।
आम बजट में दो हजार किलोमीटर रेल नेटवर्क के तहत पीरपैंती-जसीडीह नई रेल परियोजना के लिए 46 करोड़ मिला है। हालांकि, अभी भू-अर्जन की कार्रवाई नहीं हो सकी है। लेकिन जमीन अधिग्रहण भी जल्द शुरू होगा। पीरपैंती-जसीडीह के बीच रेललाइन परियोजना तीन चरणों में पूरा होना है। दूसरे चरण की गोड्डा-जसीडीह रेललाइन परियोजना पूरी हो चुकी है और ट्रेनें भी चल रही है। वहीं हंसडीहा-मोहनपुर (जसीडीह) के बीच काम चल रहा है। केवल पीरपैंती-गोड्डा के बीच पटरी बिछाने का काम लंबित है।
इधर, पीरपैंती-जसीडीह रेललाइन का काम पूरा होने के बाद रांची से भागलपुर तक तीसरा रूट होगा। यह लाइन जसीडीह, देवघर, दुमका व गोड्डा से गुजरते हुए आगे पीरपैंती और भागलपुर आएगी। फिलहाल भागलपुर जाने के लिए दो रूट हैं। इसमें एक रूट जसीडीह से किऊल होते भागलपुर और दूसरा मार्ग आसनसोल वाया रामपुरहाट होते हुए भागलपुर है।
दूसरी ओर हंसडीहा-मोहनपुर तक काम कराया जा रहा है। यह काम खत्म होने के बाद गोड्डा-पीरपैंती के बीच रेललाइन बिछाने की कवायद शुरू हुई है। चार हजार करोड़ की लागत से रेललाइन बिछाई जानी है। देवघर, मोहनपुर, सरैयाहाट, पौडैयाहाट, गोड्डा, पथरगामा, बसंतराय, महगामा, मेहरमा व पीरपैंती प्रखंड के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। इस परियोजना पर झारखंड सरकार और रेल मंत्रालय 50-50 प्रतिशत खर्च करेगी। बिहार सरकार को इस परियोजना में खर्च नहीं करना पड़ेगा। इसलिए कि इसका मेजर हिस्सा झारखंड में आता है।
- इन परियोजनाओं को मिला आवंटन
- -पीरपैंती-जसीडीह- 46 करोड़ रुपये
- -देवघर सुल्तानगंज और बांका भीतिया- एक हजार रुपये
- -बरियारपुर-मननपुर - एक हजार रुपये
- -रामपुरहाट मुरारई और मंदारहिल -10 करोड़ रुपये
- -सुल्तानगंज-कटोरिया - एक हजार रुपये
- -हसडीहा गोड्डा -55.99 करोड़ रुपये
- -दोहरीकरण के शेष काम के लिए
- -साहिबगंज-पीरपैंती- 6.20 करोड़ रुपये
- इसके अलावा जमालपुर यार्ड आधुनिकीकरण के लिए एक लाख रुपये, टिकानी मालगोदाम के लिए एक हजार रुपये, मालदा मंडल में रेल पथ नवींकरण के लिए पांच करोड़ रुपये, पुलों के रखरखाव और आरसीसी जैकेटिंग के लिए 50 लाख रुपये, बरियारपुर, धरहरा, कजरा प्लेटफार्म के के लिए 2.50 करोड़ रुपये और
भागलपुर में आटोमेटिक कोच वाशिंग के लिए 68.74 लाख रुपये मिला है। यहां यह बताना जरूरी ह की मार्च 2019 से भागलपुर में रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर, निर्माण का पद रिक्त है। इसकी वजह से पीरपैंती-जसीडीह रेल परियोजना का काम शिथिल पड़ा है। पीरपैंती-जसीडीह परियोजना के तहत ही 753 करोड़ी 38 किलोमीटर हसडीह-मोहनपुर, 663 करोड़ी 32.4 किलोमीटर हंसडीहा-गोड्डा और 1385 करोड़ी 60 किलोमीटर गोड्डा-पीरपैंती रेल परियोजना शामिल है।
एक साल पहले पूरी होनेवाली हंसडीहा-मोहनपुर रेल परियोजना में अभी मिट्टी भराई का काम ही चल रहा है। मोहनपुर मोड़ के पास देवघर-दुमका रेल लाइन से जोड़ा जाएगा। पीरपैंती-गोड्डा रेल परियोजना के लिए अबतक भू-अर्जन की कार्रवाई तक नहीं हो सकी है। वहीं 100 करोड़ की अधिक लागत से गोड्डा स्टेशन का विस्तारीकरण और कोचों के मेंटनेंस के लिए आधुनिक यार्ड व पिटलाइन बनना है। भागलपुर में डिप्टी चीफ इंजीनियर का पद रिक्त होने के कारण ये विकास कार्य प्रभावित हो रहा है।
इन परियोजनाओं से संबंधित फाइलों का निपटारा आसनसोल से हो रहा है। जिसके कारण परियोजनाओं के कार्यों में भी तेजी नहीं आ पा रही है। सूत्रों के अनुसार भागलपुर में डिप्टी चीफ इंजीनियर, कंस्ट्रक्शन का कार्यालय आसनसोल शिफ्ट करने की योजना पर काम चल रहा है। हालांकि पूर्व रेलवे के सीपीआरओ एकलव्य चक्रवर्ती का कहना है कि जल्द ही भागलपुर में डिप्टी चीफ इंजीनियर, निर्माण की पोस्टिंग की उम्मीद है।