Move to Jagran APP

BSEB Intermediate Exam 2021 : इंटर परीक्षा से वंचित परीक्षार्थियों को चिंता की जरुरत नहीं, उनके लिए की गई है व्‍यवस्‍था

BSEB Intermediate Exam 2021 इंटर परीक्षा से वंचित परीक्षार्थियों को अप्रैल में फ‍िर मिलेगा मौका। इंटर परीक्षा के दूसरे दिन शांतिपूर्ण रही परीक्षा एक भी निष्कासित नहीं। अधिकारी केंद्रों का करते हैं निरीक्षण हर जगह दिखी सख्ती। बुधवार की परीक्षा -पहली पाली में रसायन शास्त्र -दूसरी पाली में अंग्रेजी (वोकेशनल-इतिहास)

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Published: Wed, 03 Feb 2021 09:57 AM (IST)Updated: Wed, 03 Feb 2021 09:57 AM (IST)
BSEB Intermediate Exam 2021 : इंटर परीक्षा से वंचित परीक्षार्थियों को चिंता की जरुरत नहीं, उनके लिए की गई है व्‍यवस्‍था
परीक्षा से वंचित एसएम कॉलेज केंद्र की परीक्षार्थी।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। इंटर की परीक्षा में किसी वजह से यदि कोई परीक्षार्थी शामिल नहीं होता है तो उसे घबराने की जरूरत नहीं है। अप्रैल-मई के बीच उसक फिर से परीक्षा देने का मौका मिलेगा। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से ऐसे वंचित परीक्षार्थियों के लिए विशेष परीक्षा आयोजित की जाएगी। विशेष परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों का परिणाम भी मई-जून के बीच आएगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि जिन परीक्षार्थियों की परीक्षा छूट गई है, ऐसे परीक्षार्थियों की अप्रैल-मई में परीक्षा होगी। उन्होंने कहा कि नियमानुसार 9.20 के बाद परीक्षार्थियों को केंद्र के अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। दूसरी पाली में दोपहर 1.40 बजे के बाद प्रवेश की अनुमति नहीं है।

loksabha election banner

दूसरे दिन 500 ने छोड़ी परीक्षा

जिले के 49 केंद्रों पर मंगलवार को दूसरे दिन इंटरमीडिएट की परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हुई। पहली पाली में विज्ञान संकाय और दूसरी पाली में कला संकाय की कॉपियां छात्र-छात्राओं ने लिखी। दूसरे दिन एक भी परीक्षार्थी निष्कासित नहीं हुए। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार भी कई केंद्र गए और परीक्षा का जायजा लिया। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि पहली पाली में 12781 और दूसरी पाली में 6360 परीक्षार्थी शामिल हुए। साथ ही पहली पाली में 309 और दूसरी पाली में 191 गैरहाजिर रहे। उन्होंने बताया कि पहले दिन की परीक्षा पूरी तरह शांतिपूर्ण रही। उधर, पहली पाली की परीक्षा सुबह 9.30 बजे शुरू हुई, लेकिन परीक्षार्थी सुबह साढ़े आठ बजे ही सेंटर पहुंचने लगे थे। मुख्य गेट के बाहर रोल नंबर और कमरा नंबर मिलान के बाद परीक्षार्थियों जांच के बाद प्रवेश किए। छात्राओं को केंद्र के अंदर बनाए गए कैंप में महिला पुलिस ने जांच की। कमोबेश दूसरी पाली में भी यही व्यवस्था दिखी।  

फिर उड़ी प्रश्नपत्र वायरल की अफवाह

दूसरे दिन भी प्रश्नपत्र वायरल की अफवाह उड़ती रही। दोनों पालियों में परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे पहले ही मोबाइल पर मुख्य प्रश्न पत्र की तरह ही मॉडल प्रश्न पत्र वायरल होने लगा। इस दौरान प्रश्नपत्र वायरल होने की अफवाह उडऩे लगी। मॉडल प्रश्नपत्र से कई वस्तुनिष्ट प्रश्न मुख्य प्रश्न पत्र से लड़ गए। केंद्रों के बाहर हर कोई मोबाइल पर एक दूसरे को मॉडल प्रश्नपत्र वायरल करते रहा। परीक्षा प्रभारी संजय मंडल ने बताया कि प्रश्नपत्र लीक नहीं हुआ है, परीक्षा पहले दिन शांतिपूर्ण संपन्न हुई।

केंद्रों पर 144 का नहीं हुआ पालन

परीक्षा केंद्रों के दो सौ मीटर परिधि के बाहर प्रशासन की ओर से 144 धारा लगाई गई थी, लेकिन इसका कहीं पालन नहीं दिखा। परीक्षार्थी और उनके अभिभावक मुख्य द्वार के आसपास ही डटे दिखे। जब केंद्र पर प्रशासनिक गाडिय़ां पहुंचती थी तभी लोग इधर-उधर जाते थे, प्रशासनिक निर्देश के बाद भी लोग धारा का उल्लंघन करते दिखे।

एसएम कॉलेज में फिर इंटर परीक्षा के दौरान बवाल

सुंदरवती महिला महाविद्यालय (एसएम कॉलेज) में शिक्षा विभाग की गलती के कारण कई छात्राएं परीक्षा से वंचित रह गईं। इस कारण मंगलवार को फिर से इंटर की परीक्षा के दौरान जमकर बवाल हुआ। दूसरी पाली में हुए हंगामे के कारण एसएम कॉलेज के परीक्षा भवन परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। स्थिति नियंत्रण के लिए सिटी एएसपी पूरन कुमार झा, सदर एसडीओ आशीष नारायण समेत कई थानों की पुलिस को आना पड़ा। किसी तरह स्थिति नियंत्रित की गई।

डीईओ ने कहा, दुरुस्त थी व्यवस्था

जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि छात्राओं के स्वजन गलत आरोप लगा रहे हैं। अव्यवस्था की बात पर डीईओ ने कहा कि आरोप बेबुनियाद हैं। जो छात्राएं देरी से आई थीं, उन्हें ही परीक्षा से रोका गया था।

छात्रा पर डंडे चलाने के बाद आक्रोशित हुए अभिभावक

पीरपैंती की छात्राएं सबरीन खातून, शाहीन खातून पहली पाली में और घनीचक की सालेहा, पुरैनी की मुमताज दूसरी पाली में परीक्षा से वंचित रह गईं। उनका आरोप था कि वे लोग समय से कॉलेज भवन के सामने पहुंची थीं, लेकिन उन्हें जानकारी ही नहीं थी कि परीक्षा अलग भवन में हो रही है। इस कारण कुछ देर हुई। जब छात्राएं दूसरी पाली में परीक्षा भवन पहुंचीं तो उन्हें रोक दिया गया। एक छात्रा ने गेट पर चढऩे का प्रयास किया तो उस पर डंडा चला दिया गया। यह देख स्वजन आक्रोशित हो गए और गेट को तोडऩे का भी प्रयास किया। नारेबाजी और हंगामे के कारण केंद्र पर अफरातफरी की स्थिति थी। बावजूद समय से परीक्षा शुरू करा दी गई।

बल प्रयोग करने का आरोप

छात्राओं के कुछ स्वजनों ने पुलिस और प्रशासन पर मारपीट करने और छात्राओं के साथ दुव्र्यवहार करने का आरोप लगाया है। पहली पाली में परीक्षा से वंचित छात्राओं ने कहा कि उन लोगों को परीक्षा केंद्र के भीतर तीन घंटे बिना कॉपी के ही बिठाए रखा गया। इसमें आकांक्षा और रश्मि कुमारी शामिल हैं।

टेबल-कुर्सी भी नहीं जा पाया अंदर

हंगामे के दौरान ही चार स्कूलों के प्रधानाचार्य बेंच-डेस्क लेकर परीक्षा केंद्र के बाहर पहुंच गए, किंतु उन्हें भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई। कई घंटे तक वे लोग बाहर ही खड़े रहे। यहां तक की सदर एसडीओ को भी एक बाहर परीक्षा भवन से लौटना पड़ा।

एक दिन पहले भी हुआ था हंगामा

परीक्षा के पहले दिन भी एसएम कॉलेज और उसके परीक्षा भवन को लेकर छात्राओं में असमंजस की स्थिति थी। ज्यादातर छात्राओं उनके स्वजनों को परीक्षा भवन का रास्ता देखा ही नहीं था। बावजूद दूसरे दिन भी किसी तरह का चिन्ह परीक्षा भवन की तरफ जाने के लिए नहीं दिया गया था। इसी वजह से दोबारा छात्राओं को दिक्कत हुई।

परीक्षा तक तैनात रहेगा अतिरिक्त बल

एएसपी पूरन कुमार झा ने कहा कि पुलिस विधि-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होने पर पहुंची थी। छात्राओं के स्वजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया। परीक्षा तक एसएम कॉलेज परीक्षा केंद्र पर अतिरिक्त फोर्स की तैनाती रहेगी। साथ ही पुलिस द्वारा छात्राओं की सुविधा के लिए फ्लैक्स लगाए जाएंगे। इसके अलावा पुलिस भी उन्हें रास्ता दिखाने को तैनात रहेगी, ताकि उन्हें दिक्कत ना हो।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.