बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूत ने कहा- फिल्मी कॅरियर में मेरा कोई गॉडफादर नहीं
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत 25 साल बाद अपने ननिहाल खगड़िया पहुंचे औऱ मुंडन करवाया। फिर वे सहरसा पहुंचे और कहा कि फिल्मी कैरियर में मेरा कोई गॉडफादर नहीं था।
खगडिय़ा/ सहरसा, जेएनएन। बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने कहा कि फिल्म कैरियर में उनका कोई गॉडफादर नहीं है। हिंदी सिनेमा में सुशांत सिंह राजपूत ने कम ही समय में अपनी काबलियत के भरोसे अपनी खास पहचान बनायी है।
हर वर्ष एक फिल्म करने का इरादा लेकर काम कर रहे अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत बीस वर्ष बाद फिल्म शूटिंग को छोड़कर सहरसा अपने भैया-भाभी के यहां पहुंचे थे। सोमवार की सुबह नया बाजार स्थित भाजपा विधायक नीरज कुमार बबलू के आवास पर जागरण संवाददाता से उन्होंने विशेष बातचीत की।
सुशांत ने बताया कि अपने भाई की शादी में बीस वर्ष पहले वे सहरसा आए थे। उन्होंने कहा कि मां की मनौती को पूरा करने वे ननिहाल भी गए। टीवी और फिल्म के बीच छोटे-बड़े पर्दे के बीच उन्होंने सपाट लहजे में कहा कि कोई छोटा-बड़ा नहीं होता है। अभिनय महत्वपूर्ण होता है। साथ में काम करके ही कोई बड़ा होता है। इसीलिए साथ में काम करने से तरक्की भी होती है और कुछ सीखने का अवसर मिलता है। सीखने के दौरान हर हमेशा आदर का भाव जरूरी होता है।
दिल्ली में सीखा अभिनय
बचपन से ही सुशांत को अभिनय करने का शौक था। इसीलिए दिल्ली में इंजीनियरिंग की पढाई तीन साल बाद छोड़कर वे सीधे निदेशक मैरी जॉन सर के पास गए और अभिनय सीखने लगे। उनके साथ कई नाटक करने का मौका मिला। नाटक के दौरान ही अभिनय की बारीकियों को सीखा और तब जाकर टीवी सीरियल की ओर रुख हुआ।
पवित्र रिश्ता सीरियल में एक पहचान कायम हुई तो फिल्म का ऑफर मिला। बताया कि वे कोई भी फिल्म सोच-समझकर ही करते हैं। फिल्म में मनोरंजन ही नहीं, बल्कि उस फिल्म के जरिये समाज के लिए एक संदेश रहता है जिससे जनता को नई राह मिलती है।
कम समय में ही फिल्मों में बड़े-बड़े अभिनेताओं के बीच अपनी पहचान कायम करनेवाले सुशांत कहते हैं कि उनका कोई गॉडफादर नहीं है। उन्होंने अपने काम से प्यार किया है और उसे ही भगवान माना है। उन्होंने बताया कि वे बचपन से मार्क्स के पीछे नहीं, बल्कि सही सोच के पीछे रहे हैं। उनके लिए बस मां-बाप का प्यार व आर्शीवाद ही मेरी सफलता का मूलमंत्र है।
पूछने पर बताया कि वे अभी भी नाटक करना चाहते हैं। रंगमंच उनके जीवन का हिस्सा है। नाटक कोर्ट मार्शल, मृत्युंजय में अभिनय कर चुके अभिनेता सुशांत कहते हैं कि कोई सोच छोटी- बड़ी नहीं होती है, बल्कि लोगों को सपने बड़े देखने चाहिए।
इनकी चर्चित फिल्में
बालीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की चर्चित फिल्मों में क्रिकेटर एमएस धोनी के जीवन पर बनी फिल्म एमएस धोनी, केदारनाथ एवं सोन चिडिय़ा, राब्ता शामिल है। वहीं आनेवाली फिल्मों में ड्राइव, छिछोरे सहित अन्य हैं।
मां की मन्नत पूरी की, ननिहाल में करवाया मुंडन
बालीबुड के चर्चित स्टार सुशांत सिंह राजपूत सोमवार को अपने ननिहाल जिले के चौथम प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत पूर्वी बौरने पंचायत के बौरने गांव स्थित मां मनसा देवी के दरबार में पहुंचकर अपना मुंडन संस्कार कराया। गांव तक पहुंचने के लिए सुशांत सिंह राजपूत को नाव का सहारा लेना पड़ा।
सिनेस्टार सुशांत सिंह राजपूत के स्वागत भी गांव में गाजे-बाजे के साथ किया गया। गांव पहुंचते ही सुशांत सिंह राजपूत गांव का प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर पहूंचे और पूजा अर्चना करने के बाद अपना मुडंन संस्कार करवाया। दरअसल सुशांत सिंह राजपूत का ननिहाल बोरने गांव में है। वहां पहुंचते ही सुशांत सिंह राजपूत को देखने के लिए काफी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए सुशांत सिंह राजपूत ने कहा कि खगड़िया के बोरने गांव मेरा ननिहाल है और मेरी मां ने मनसा देवी मंदिर में मन्नत मांगी थी जिसे पूरा करने के लिए मैं यहां आया हूं। मैं बिहार का हूं और अपने राज्य के लिए कुछ करना चाहता हूं। इसके लिए प्रयास कर रहा हूं।
सुशांत सिंह राजपूत ने लोगों से अपनी आने वाली फिल्म को जरूर देखने की गुजारिश भी की। वहीं, सुशांत सिह के पिता कृष्ण किशोर सिंह ने कहा कि उनका प्रयास है कि सुशांत बिहार के लिए कुछ अच्छी पहल करे और वो इसमें भी जरूर कामयाब होगा।
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