बिना एक्सरे का दंत विभाग में हो रहा इलाज
भागलपुर। जेएलएनएमसीएच का दंत विभाग अन्य विभागों की तुलना में उपेक्षित है। विभाग में बिना एक्सरे का म
भागलपुर। जेएलएनएमसीएच का दंत विभाग अन्य विभागों की तुलना में उपेक्षित है। विभाग में बिना एक्सरे का मरीजों का इलाज किया जा रहा है। 10 वर्षो से विभागाध्यक्ष विहीन विभाग में एक भी नियमित चिकित्सक की नियुक्ति नहीं की गई है। संविदा के चिकित्सक इलाज कर रहे हैं। तीन चिकित्सकों में एक चिकित्सक लगातार अनुपस्थित हैं।
दंत विभाग में दांतों की बीमारी जानने के लिए एक्सरे नहीं है। एक्सरे से टूटे जबडे़ की जानकारी ली जाती है। अगर देखा जाय तो दांत दर्द, दांत उखाड़ना आदि इलाज ही इस विभाग में किए जा रहे हैं। दांत उखाड़ने के बाद अगर मरीज संक्रमित हो जाय तो कोई आश्चर्य की बात नहीं है। क्योंकि संक्रमित करने के लिए उपाय नहीं किए गए हैं। विभाग में प्रतिदिन 70 से ज्यादा मरीज इलाज करवाने आते हैं। विभाग में मरीजों के लिए रखी कुर्सी भी आउटडेटेड हो गई है। शायद ही किसी मरीज को चिकित्सकीय कुर्सी पर बैठकार इलाज किया जाता हो। टॉर्च की रोशनी में ही चिकित्सक मरीज की बीमारी की जानकारी लेनी की भरसक कोशिश करते हैं।
गत 10 वर्षो से विभाग में विभागाध्यक्ष नहीं हैं। डॉ. विनोद कुमार के सेवानिवृत्त होने के बाद विभागाध्यक्ष का पद रिक्त है। विभाग में एक भी चिकित्सक डॉ. डीपी साहा के सेवानिवृत होने पर किसी भी नियमित चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं की गई है। विभाग में तीन संविदा पर चिकित्सक पदस्थापित हैं इनमें एक चिकित्सक पिछले कई दिनों से अनुपस्थित हैं। चिकित्सकों की नियुक्ति के लिए दो बार साक्षात्कार लिए गए लेकिन अभी तक किसी चिकित्सक को नियुक्त नहीं किया गया है। तीन माह पूर्व लिए गए साक्षात्कार रद कर दिए गए। अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल ने कहा कि शीघ्र ही दंत विभाग की कमियों को दूर किया जाएगा।