Bihar Vidhan Sabha By-Election: तारापुर में किसके चमकेंगे सितारे? वोटिंग प्रतिशत तय करेगा नई दिशा
Bihar Vidhan Sabha By-Election को एक दिन शेष है। चुनावी सभाओं और रोड शो का शोर थम चुका है। प्रत्याशी अब अपने दम पर डोर-टू-डोर जनसंपर्क कर रहे हैं। ऐसे में तारापुर की सियासी जमीन पर आंकड़ें क्या कुछ कहते हैं एक नजर...
रजनीश, मुंगेर: Bihar Vidhan Sabha By-Election- तारापुर उपचुनाव का काउंट डाउन शुरू हाे गया है। चुनाव में एक दिन शेष है। सता और विपक्ष के सैकड़ों नेता तारापुर छोड़ चुके हैं। अब 30 तारीख को मतदाताओं को ईवीएम के बटन दबाकर जबाव देना है। संबंधित दलों एनडीए, राजद, कांग्रेस और लोजपा के प्रत्याशी और उनके समर्थकों के बीच पहली परेशानी वोटरों को घर से निकालना होगा। जिस दल के कार्यकर्ता वोटरों को घर से निकाल पाने में जितना सफल होंगे उनके प्रत्याशी के विजयी होने के आसार उतने ही अधिक होंगे।
घर-घर जाकर प्रत्याशी और समर्थक खुद को प्रचार में झोंक चुके हैं। प्रमुख दल एनडीए, राजद, कांग्रेस और लोजपा ने हर पंचायत में लोगों की जिम्मेदारी तय कर दी है। दलों की ओर से वोटरों को बूथ तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई है। ई-रिक्शा, आटो और चार पहिया वाहनों से वोटरों को बूथ तक पहुंचाया जाएगा। इस बार चुनाव में बुजुर्ग और दिव्यांग वोटरों को बूथ तक पहुंचाने की जवाबदेही तय की गई है। फिलहाल, सभी प्रत्याशी जीत का दावा ठोक रहे हैं, पर मुख्य मुकाबला एनडीए बनाम राजद के बीच ही नजर आ रहा है। समय अनुसार सभी दल के प्रत्याशी मतदताओं के पास पहुंच रहे हैं। वोटर भी आशीर्वाद दे रहे हैं।
- जो अपने वोटरों को निकाल लेगा, वह मार लेगा मैदान
वोटिंग प्रतिशत पर एक नजर
2010: 53.9 फीसद मततदान
2015: 52 प्रतिशत मतदान
2020: 55.12 प्रतिशत मतदान
पिछले तीन चुनावों के नतीजे
- -2010 में नीता चौधरी ने राजद के शकुनी चौधरी को हराया
- -2015 में मेवालाल चौधरी ने हम से खड़े शकुनी चौधरी को हराया
- -2020 में मेवालाल चौधरी ने राजद के दिव्या प्रकाश को हराया
मतदाता और जनसंख्या पर एक नजर
- -तारापुर की जनसंख्या 4,56,549 है।
- -कुल वोटरः 3.10 लाख (पुरुष वोटरः 1.68 लाख, महिला वोटरः1.42 लाख)
अब दो दिन बाहरी नहीं, खुद पर जुटे
बुधवार की शाम चार बजे से प्रचार-प्रसार समाप्त होेने के बाद प्रचार करने का तरीका बदल गया है। नेताजी की जो नुक्कड़ सभाएं होनी थी, वह हो गई। विधानसभा क्षेत्र में स्टार प्रचारकों की फौज वापस लौट गई है। राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी की रणनीति बदल ली है। एनडीए और राजद की ओर से तीन स्तर पर प्रचार कार्य दिख रहा है। प्रत्याशी और कार्यकर्ता ज्यादा से ज्यादा अलग-अलग टोली बनाकर जनसंपर्क करने में लगे हैं।
अब संबंधित दलों के प्रत्याशी अपने खास दोस्त और समर्थकों के साथ प्रचार-प्रसार करने में लगे हैं। प्रत्याशियों ने बूथ सशक्तीकरण का काम शुरू कर दिया है। एनडीए, राजद, कांग्रेस और लोजपा पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं की टीम ने बूथ पर अपने पक्ष में ज्यादा से ज्यादा मतदान के लिए सबकुछ झोंक दी है।