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Bihar Panchayat Chunav: मिथिलांचल के महत्वपूर्ण जिउतिया पर्व के दिन मतदान, महिलाओं के लिए नहीं होगा आसान

जिउतिया के दिन मतदान महिलाओं के लिए नहीं होगा आसान।-प्रत्याशी हैं सशंकित नहीं निकली महिलाएं तो बिगड़ सकता है चुनावी समीकरण। 36 घंटे का रहता है निर्जला उपवास तेज धूप भी बन सकती है परेशानी का कारण। पढ़ें पूरी खबर...

By Shivam BajpaiEdited By: Published: Mon, 13 Sep 2021 05:04 PM (IST)Updated: Mon, 13 Sep 2021 05:04 PM (IST)
Bihar Panchayat Chunav: मिथिलांचल के महत्वपूर्ण जिउतिया पर्व के दिन मतदान, महिलाओं के लिए नहीं होगा आसान
जिउतिया पर्व के दिन पंचायत चुनाव की डेट।

जागरण संवाददाता, सुपौल। Bihar Panchayat Chunav: जिले में पंचायत चुनाव का आगाज प्रतापगंज प्रखंड से किया गया है। यहां प्रथम चरण में मतदान होना है। 9 पंचायत तथा एक जिला परिषद वाले इस प्रखंड में 7 सितंबर से नाम निर्देशन का कार्य चल रहा था, जो सोमवार को संपन्न हो गया। अब समीक्षा, नाम वापसी तथा चुनाव चिह्न का आवंटन उम्मीदवारों के बीच किया जाएगा। 29 सितंबर को मतदान होगा और इसी दिन अर्थात 29 सितंबर को ही मिथिलांचल का महत्वपूर्ण जिउतिया पर्व है। इसमें महिलाएं अपने बच्चों की सलामती के लिए निर्जला उपवास रखती है।

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जिउतिया उपवास के दिन मतदान में आधी-आबादी की भागीदारी अपेक्षाकृत हो पाएगी, फिलहाल यह संभव होते नहीं दिख रहा है। इसको लेकर प्रत्याशी भी सशंकित हैं। उन्हें लग रहा है कि यदि उपवास के कारण महिलाएं घर से मतदान को नहीं निकलती है तो फिर उनके द्वारा किया गया सारा प्रयास ही विफल हो जाएगा। दरअसल जिउतिया मिथिलांचल का एक महत्वपूर्ण पर्व है। इसमें महिलाएं 36 घंटे का उपवास रखती हैं। यहां तक कि बीमार रहने या अधिक उम्र हो जाने के बाद भी महिलाएं इस व्रत को करना नहीं भूलती हैं। आखिर बाल-बच्चे की सलामती की जो बात है।

दिन-रात एक कर रहे प्रत्याशी

उपवास के दिन ही मतदान है। प्रत्याशियों को लग रहा है कि महिलाओं के व्रत में रहने के कारण एक तो यह घर से मतदान को ले बाहर निकलना नहीं चाहेंगी या फिर निकल भी जाएंगी तो बूथों पर खड़ा रहकर वोङ्क्षटग कर पाना आसान नहीं होगा। ऐसे में आधी आबादी का वोट प्रभावित हो सकता है। इसी बात को लेकर प्रत्याशियों के बीच खलबली सी मची हुई है। उन्हें लग रहा है कि यदि महिला का वोट प्रतिशत कम होता है तो फिर उनकी जीत का समीकरण ही बिगड़ जाएगा। हालांकि मतदाता बूथ तक पहुंचे इसके लिए प्रशासन प्रयासरत है और महिला मतदाता मतदान करने बूथों तक जाएं इसके लिए प्रत्याशी दिन-रात एक किए हुए हैं।

तेज धूप भी बनेगी परेशानी का कारण

नौ पंचायत वाले प्रतापगंज प्रखंड में मुखिया व सरपंच के 9 पद हैं, इसके अलावा ग्राम पंचायत के पंच के 126, ग्राम पंचायत सदस्य के पद 126, पंचायत समिति के 12 तथा जिला परिषद के एक पद शामिल हैं। इन सभी पदों के लिए प्रखंड क्षेत्र में 129 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इन सभी केंद्रों पर 37390 पुरुष तथा 34104 महिला मतदाता वोट डालेंगे। इसमें से अधिकांश महिला ऐसी हैं जो मतदान के दिन उपवास में रहेंगी। इधर मौसम ने भी करवट ली है, तेज धूप निकलने लगी है। यदि मतदान के दिन भी ऐसा रहा तो फिर उपवास में रहते महिलाएं मतदान को ले बूथ तक पहुंच जाएंगी और पहुंच भी गई तो वे घंटों कतार में लगकर मतदान कर पाएंगी फिलहाल यह संभव होते नहीं दिख रहा है।

पुरुष रहते बाहर मतदान करती हैं महिलाएं

यहां पंचायत चुनाव में महिलाओं की भागीदारी अहम रहती है। पिछले कई चुनाव के आंकड़ों को देखें तो पुरुष की अपेक्षा महिलाओं का मतदान प्रतिशत अधिक है। वजह भी है कि कोसी के इस इलाके से अधिकांश लोग रोजगार की तलाश में अन्य प्रांत को चले जाते हैं। जिससे गांव में महिला ही रह जाती हैं और वही मतदान में भाग लेती हैं।


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