भारतीय रेलवे की रफ्तार की गवाह बनेगी बिहार की नई रेल सुरंग, फरवरी का पहला सप्ताह जोड़ेगा जमालपुर से एक नया अध्याय
मुंगेर के जमालपुर में बिहार की दूसरी सबसे बड़ी रेल सुरंग बनकर तैयार हो गई है। फरवरी के पहले सप्ताह में सुरंग से ट्रेनों का होगा परिचालन शुरू हो जाएगा। नई सुरंग से ट्रेनें चलने के बाद भारतीय रेल से जुड़ नया अध्याय जुड़ जाएगा। भारतीय रेलवे की रफ्तार...
जागरण संवाददाता, मुंगेर: पूर्व रेलवे के मालदा रेल मंडल स्थित जमालपुर-बरियारपुर स्टेशन के बीच राज्य की दूसरी नई रेल सुरंग बनकर तैयार है। 28 जनवरी को मुख्य संरक्षा आयुक्त जांच करेंगे। जांच के एक सप्ताह के बाद नई सुरंग से ट्रेनों का परिचालन सुरंग से शुरू हो जाएगा। भारतीय रेल की रफ्तार का गवाह नई सुरंग बनेगा।यह सुरंग एक साथ कई सौगात लेकर आएगी। नई सुरंग की वजह से इस रूट से पहली राजधानी एक्सप्रेस चलाने की हरी झंडी मिली है। नए साल से नई सुरंग होकर राजधानी का परिचालन होना। साथ ही इसके बनने से ट्रेनों और मालगाड़ियों को भी नई गति मिलेगी।
माह के आखिरी सप्ताह में मुख्य संरक्षा आयुक्त 24 कोच की ट्रेन दौड़ाकर नए सुरंग की जांच करेंगे। मुख्य संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण के एक सप्ताह बाद ओके रिपोर्ट पूर्व रेलवे मुख्यालय और मालदा रेल मंडल को भेज दी जाएगी। दोनों दिशाओं की ट्रेनें अलग-अलग ट्रैक से चलेंगी। अभी तक एक सुरंग होने के कारण लगभग तीन किमी तक अप और डाउन दिशा की ट्रेनों का परिचालन एक ही लाइन से किया जा रहा है। मालदा मंडल के डीआरएम यतेंद्र कुमार ने बताया कि नई रेल सुरंग चालू होने से रेल विकास को नया पंख लगेगा।
सुरंग पूरी तरह बनकर तैयार है। प्री-एनआइ और एनआइ का काम 26 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। इस रूट से राजधानी एक्सप्रेस चलाने की मांग कई वर्षों से चल रही थी। सिगल लाइन और सुरंग की पेच से राजधानी एक्सप्रेस के परिचालन शुरू नहीं हो रहा था। अब सभी बाधाएं दूर होने के बाद राजधानी एक्सप्रेस के परिचालन का सहमति मिल गई। अब 276 किमी रेलवे ट्रैक दोहरीकरण मालदा से किऊल के बीच 276 किमी रेलवे ट्रैक पूरी तरह दोहरीकरण हो गया है। जमालपुर से रतनपुर तक सिगल लाइन पर ही दोनों दिशाओं में एक ही लाइन से दोनों दिशाओं की ट्रेनें चल रही है।