Jamui Coronavirus news update: यह गांव है सुरक्षित, लोगों ने ढूंढा ऐसा रास्ता, नहीं हैं कोई यहां संक्रमित
Jamui Coronavirus news updateकरोना संक्रमण से अछूता है जमुई के लक्ष्मीपुर का सुहिया तथा सिकंदरा का धधौर गांव। इस गांव के लोग कोरोना को लेकर काफी गंभीर हैं। बाहर से आने जाने वालों पर सख्त पहरा है। लोगों पर नजर रखी जा रही है।
जमुई [आशुतोष कुमार सिंह]। Jamui Coronavirus news update: पिछले दो साल में कोरोना संक्रमण ने आफत मचा रखी है। तनाव और भय के साए के बीच जमुई जिले के दो गांवों में बीते 14 माह में एक भी करोना का संक्रमित मरीज नहीं मिलने से राहत की खबर है। जमुई जिले के सिकंदरा प्रखंड अंतर्गत 3500 की आबादी वाले धधौर गांव तथा लक्ष्मीपुर के 300 की महादलित आबादी वाले सुहिया गांव में अब तक एक भी करोना मरीज नहीं मिला जो को बड़ी राहत दे रहा है। बीते 14 माह में इन दोनों गांवों में एक भी करोना से संक्रमित लोगों की अब तक पहचान नहीं हो सकी है। जिस कारण यह दोनों का है जिले में ही नहीं प्रदेश में सजगता और आत्मनिर्भरता का उदाहरण पेश कर रहे हैं।
दूसरे लहर का भी गांव में असर नहीं
इस साल कोरोना के दूसरे लहर में लोग ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं, मरनेवालों की संख्या भी अधिक है, लोग ऑक्सीजन के लिए भटक रहे हैं। लेकिन इर परिस्थितियों में भी जमुई जिले का यह गांव पूरी तरह से सुरक्षित है। कोरोना मुक्त इस गांव के लोगों ने बताया कि संक्रमण की लहर कमजोर पड़ने के बाद भी यहां के लोगों ने बेवजह घर से बाहर नहीं निकलने के नियम का पालन किया। जिससे गांव में महामारी के दूसरे लहर का असर नहीं हुआ।
आत्मनिर्भरता और सजगता को बनाया रक्षा कवच
लक्ष्मीपुर प्रखंड अंतर्गत हरला पंचायत के सुहिया गांव के लोगों ने कोरोना संकट के दौरान रोजगार के लिए बाहर नहीं जाने का निर्णय किया। यहां के लोग खेतों में ही मजदूरी व किसानी करके अपना जीवन यापन बीते 14 माह से कर रहे हैं जिस कारण यह गांव आज भी करोना के संक्रमण से बचा हुआ है। वही सिकंदरा प्रखंड का था और काम भी अपनी सजगता के कारण कराना संक्रमण से बचा हुआ है मास्क को अनिवार्यता देते हुए यहां के लोग सामाजिक दूरी को प्राथमिकता दे रहे हैं। जिस कारण यहां के लोग सुरक्षित व स्वस्थ हैं।
शहर आनेजाने वाले पर कड़ी नजर
यहां के लोगों ने बताया कि अगर ग्रामीण कहीं जाते भी थे तो सावधानी और सतर्कता के साथ। गांव में आने वाले हर व्यक्ति पर ग्रामीणों की पैनी नजर रहती है और बिना मास्क के गांव में प्रवेश नहीं दिया जाता है। गांव के लोग भी इस नियम का पालन करते हैं। अब स्थिति यह है कि प्रखंड के डॉक्टर और अधिकारी भी कोरोना से बचाव के लिए इस गांव का ही उदारहण देते हैं।
सावधानी और सतर्कता से ही बचाव
कोरोना काल में प्रखंड क्षेत्र में बहुत सारे प्रवासी कामगार आए और गए, लेकिन इस गांव से अब तक एक भी कोरोना संक्रमित नहीं मिलना बड़ी बात है। अन्य गांवों के लोगों को भी इस गांव से प्रेरणा लेनी चाहिए। कोविड-19 पार्ट टू में बचाव और सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है।