Bihar Flood News: नवगछिया में तटबंध के स्लुइस गेट के पास तीन फीट जलस्तर घटा, जमींदारी तटबंध पर पानी का दबाव कायम
Bihar Flood News नवगछिया में स्लुइस गेट के पास तीन फीट तक जलस्तर घट गया है। इससे लोगों ने राहत की सांस ली है। हालांकि जमींदारी बांध पर अब भी दबाव बरकारा है। इससे इस इलाके के लोग सहमे हुए हैं।
संवाद सूत्र, बिहपुर। बीते तीन दिनों में बिहपुर और खरीक प्रखंड के कई गांवों को गंगा के जलप्रलय से बचाने वाले लत्तीपुर-नरकटिया जमींदारी तटबंध स्लुईस गेट के पास शनिवार की सुबह तक करीब तीन फीट पानी कम हुआ है। इसके बावजूद शनिवार को भी तटबंध पर भारी गंगा नदी का जल दबाव अभी भी बना हुआ था। जलस्तर में आई कमी के बाद स्थिति करीब करीब 80 फीसदी तक नियंत्रण में है।नदी के जलस्तर में कमी होना जारी है।
नरकटिया तटबंध की स्थिति पर फ्लड कंट्रोल, विभाग पूरी तरह से सजग नजर बनाए हुए है। विभाग के कार्यपालक अभियंता अनिल कुमार व एसडीओ धीरेंद्र कुमार बताते हैं कि तटबंध की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। विभाग के द्वारा बचाव कार्य लगातार युद्धस्तर पर किया जा रहा है। जलस्तर में कमी के बाद नदी के थपेड़ों से कटाव नहीं हो,इसको लेकर बांस एवं झाड़ी आदि बांध के किनारे दिलवाने कार्य भी जारी है।
शनिवार को भी तटबंध पर चल रहे बचाव कार्य में विभाग के साथ कंधा से कंधा मिलाकर सहयोग कर रहे सोनवर्षा के लाली कुंवर समेत प्रवीण उर्फ फोर्ड,शिवशंकर चौधरी, दिलखुश कुमार,राकेश कुमार,निलेश कुमार व बिकेश कुमार,पवन कुमार,भोला कुंवर समेत आसपास कई गांवों के ग्रामीणों की मौजूदगी थी।
ग्रामीणों ने दिया बीडीओ को आवेदन
संवाद सूत्र, गोराडीह : प्रखंड अंतर्गत मोहनपुर पंचायत के वार्ड संख्या 6 के ग्राम खरवा के लोगों को नल जल का शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। शुद्ध पेयजल की आस लगाए गांव के वार्ड सचिव रामकृष्ण सेवक सिंह, सीताराम सिंह, अरविंद कुमार बबलू कुमार, प्रवीण कुमार अरुण सिंह, सविता देवी, रेखा देवी, चमक लाल सिंह, मंजू देवी पागो देवी, पंकज सिंह, शैलेंद्र मंडल सहित दर्जनों ग्रामीणों ने हस्ताक्षरयुक्त आवेदन देकर प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार सिन्हा को अवगत कराया है कि वार्ड सदस्य कंचन देवी से पेयजल योजना के अधूरे कार्य को पूर्ण करने की मांग करने पर उनके देवर और वार्ड सदस्य द्वारा अभद्र व्यवहार किया जाता है। वार्ड सदस्य कहते हंै कि मेरे द्वारा योजना की राशि कमीशन के रूप में अधिकारियों को दी गई है। जहां शिकायत करनी है कर लीजिए। नल जल का कार्य पूरा हो चुका है।