Bihar coronavirus news updates: भागलपुर की तीनों जेलों में कोरोना संक्रमण का मंडराया खतरा, अलर्ट मोड में प्रशासन
Bihar coronavirus news updates भागलपुर में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। जेल में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ा है। जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है। संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया गया है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bihar coronavirus news updates: कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए एक बार फिर जेल प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। जेल आइजी मिथिलेश कुमार के निर्देश पर कोरोना के खतरे से बचने के लिए कोरोना गाइडलाइंस का सख्ती से पालन कराने की कवायद भागलपुर की तीनों जेलों में भी शुरू हो गई है। शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा, विशेष केंद्रीय कारा और महिला मंडल कारा में कोरोना गाइडलाइंस की सख्ती बंदियों से मुलाकाती में आने वाले अपनों के साथ भी बरती गई। जेल अधीक्षक संजय कुमार चौधरी और मनोज कुमार की माने तो कोरोनो संक्रमण के खतरे से बचने के लिए जेल के अंदर बंदी और कारा कर्मियों को मास्क लगाने, सैनेटाइजर के इस्तेमाल को दिनचर्या में शामिल करना होगा। जेल के अंदर प्रवेश करने वाले सभी कर्मियों के लिए मास्क, सैनेटाइजर को एक बार फिर अनिवार्य कर दिया गया है।
जेल आने वाले बंदियों की जांच और दूरी बनाए रखना भी जरूरी
विभिन्न थाना क्षेत्रों में विभिन्न आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजे जाने वाले आरोपितों की पुलिस कोरोना जांच करा उसका प्रमाण देने के बाद ही न्यायिक हिरासत में भेजने की कवायद की जाती है। कोरोना संक्रमण के एक बार फिर आसन्न खतरे को देखते हुुए जेल प्रशासन कोरोना जांच प्रमाण पत्र के बाद भी जेल में प्रवेश के पूर्व ऐसे आरोपितों की थर्मल स्कैन, सैनेटाइजर कराने जैसी प्रक्रिया से गुजरना होगा। जेल अधिकारियों की माने तो कोरोना का संक्रमण बढऩे की स्थिति में मुलाकाती व्यवस्था एक बार फिर स्थगित करनी पड़ सकती है। फिलहाल कोराना गाइडलाइंस की सख्ती से अनुपालन करा मुलाकाती व्यवस्था को बहाल रखा गया है।
पहली लहर में आधा दर्जन बंदियों की मौत बाद जांच में मिले थे कोरोना पाजीटिव
कोरोना की पहली लहर में शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा और विशेष केंद्रीय कारा के उपचाररत आधा दर्जन बीमार बंदियों की मौत हुई थी। उन बंदियों की कोरोना जांच कराए जाने पर सभी कोरोना पाजीटिव पाए गए थे। उसके बाद से हड़कंप मच गया था। जेल अधीक्षकों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मुलाकाती व्यवस्था तत्काल बंद करा आनलाइन मुलाकात व्यवस्था बहाल की गई थी। यही नहीं जेल में बंद बंदियों की कोरोना जांच कराने की कवायद शुरू करा अंदर में विशेष वार्ड तैयार किया गया था। रोकथाम के लिए पहले काढ़ा, नींबू पानी, विटामिन सी, डी की दवाएं भी बांट वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भी पूरी कराई गई थी जिससे कोरोना पर पूरी तरह काबू पाया जा सका था।