Bihar coronavirus news updates: कोरोना से मौत के आंकड़ों का कत्ल, ऐसे हो रहा खेल
Bihar coronavirus news updates कोरोना से होने वाले मौत का आंकड़ा कम करके दिखाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के दो रिपोर्ट में अलग-अलग आंकड़े। इस डाटा में अन्य कारणों से भी हुए मौत के आंकड़ें सम्मलित होने की संभावना जता रहा है।
जमुई [आशीष सिंह चिंटू]। जमुई में कोविड से मौत के आंकड़ों का कत्ल हो रहा है। ऐसा हम नहीं बल्कि स्वास्थ्य विभाग के दो अलग-अलग रिपोर्ट के आंकड़े बता रहे हैं। दोनों रिपोर्ट में मौत के आंकड़ों में एक तिहाई से ज्यादा का अंतर सामने आया है। यह फासला स्वास्थ्य विभाग के डेली बुलेटिन तथा विभाग के ही एक अन्य प्रतिवेदन के बीच है। दरअसल 18 मई तक के डेली बुलेटिन में कुल मौत 30 दिखाई गई जिसमें 9 मौत पहली लहर यानी 31 मार्च के पहले की भी शामिल है।
इस तरह जिले में अप्रैल से दूसरी लहर में बुलेटिन के अनुसार 21 मौतें हुई है। इधर जागरण को हाथ लगे स्वास्थ्य विभाग के एक अन्य रिपोर्ट में अप्रैल और मई माह में मौत का आंकड़ा 34 दिखाया गया है। अब दोनों रिपोर्ट में परफेक्ट कौन है यह तो विभाग ही जाने, लेकिन दो अलग-अलग प्रतिवेदन को लेकर संशय की स्थिति उभर रही है। बहरहाल विभाग इस डाटा में अन्य कारणों से भी हुए मौत के आंकड़ें सम्मलित होने की संभावना जता रहा है। हालांकि इस रिपोर्ट की हेडिंग कोविड-19 के कारण मौत दी गई है। साथ ही हर दिन कोविड से मौत का आंकड़ा भी जारी होता है। ऐसे में विभाग का यह तर्क गले नहीं उतर रहा। स्वास्थ्य विभाग का आखिरी प्रतिवेदन भी इस बात की तस्दीक कर रहा है कि संक्रमण से ये 34 मौतें डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर से लेकर कोविड केयर सेंटर तथा होम आइसोलेशन में हुई है जहां अमूमन कोविड मरीजों का ही इलाज होता है। बहरहाल कोविड से मरने वालों के सही आंकड़ें के आकलन के लिए कमेटी बनाने की बात कही गई है।
मई में ज्यादा हुई है मौतें
स्वास्थ्य विभाग के इस प्रतिवेदन के अनुसार जिले में कोविड से कुल 34 मौतें हुई है। इसमें मई माह में 20 और अप्रैल में 14 मौतें शामिल हैं। जिला आइसोलेशन सेंटर में सबसे अधिक 25 मौतें हुई। इसमें अप्रैल में 13 व मई में 12 मौतें हुई। होम आइसोलेशन में पांच मौत, मेडिकल कॉलेज स्थित डीसीएच में एक और रेफर होने के बाद रास्ते में तीन मरीजों की मौत हुई है। सूत्रों के अनुसार इन मौतों में वैसे मरीजों की संख्या नहीं है जो गंभीर स्थिति में अपने साधन से अस्पताल पहुंचे लेकिन जांच व भर्ती होने के पूर्व की उनकी मौत हो गई। सीधी भाषा जिन्होंने अस्पताल के गेट तक पहुंचते-पहुंचते दम तोड़ दिया।
कोविड से मरने वालों का नाम हर हाल में सूची में दर्ज किया जाएगा। एक भी नाम नहीं छूटेगा। मेरे नेतृत्व में एक कमेटी गठित की गई है। कमेटी दस दिन के अंदर जिले में कोविड से हुए मौत और अन्य बीमारी से हुए मौत की रिपोर्ट समर्पित करेगी। इस कमेटी में मेरे अलावा एसीएमओ और एक वरीय चिकित्सक शामिल हैं।- डा. विनय कुमार शर्मा, सिविल सर्जन, जमुई।