जागरण संवाददाता, पूर्णिया। शहरों की जगह अब गांवों में कोराेना तेजी से पांव फैलाने लगा है। कोरोना की शुरुआत के माह में जहां शहरों में संक्रमण की रफ्तार अधिक थी वह अब गांव में बढ़कर यह दूनी हो गई है। जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार एक माह पहले शहरी क्षेत्र में संक्रमण दर 66 फीसद थी जो अब घट कर 32 फीसद पर आ गई है। जबकि वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण दर 68 फीसद पहुंच गई है। निश्चित रूप से यह आंकड़ा चौंकाने वाला है। अगर समय रहते गांवों में इसके बचाव के समुचित प्रबंध नहीं किए गए तो आने वाले दिनों में स्थिति और भयावह हो सकती है। सीएस एसके वर्मा मानते हैं कि शहरी क्षेत्रों में कोरोना के प्रति लोग जागरूक हुए हैं जिससे यहां रफ्तार में कमी आई है जबकि गांवों में अभी भी जागरूकता की कमी है। यह सत्य भी है क्योंकि लॉकडाउन के बावजूद गांवों में लोग गाइडलाइन का समुचित तरीके से पालन करते नजर नहीं आते। शायद गावों में संक्रमण दर बढ़ने का यही प्रमुख कारण है।
शहरी क्षेत्र में 735 तो ग्रामीण इलाकों में हैं 1586 कोरोना संक्रमित मरीज
कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर के शुरुआती माह मार्च-अप्रैल में शहरी क्षेत्र में काफी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल रहे थे। एक समय ऐसा भी था कि जिले में मिलने वाले कुल पॉजिटिव केस की दो तिहाई मरीज की पहचान शहरी क्षेत्र में हो रही थी। एक मार्च से 18 अप्रेल के बीच जिले में 1339 कोरोना संक्रमित मरीज थे इनमें 66 फीसद मरीज शहरी इलाके में थे। लेकिन धीरे-धीरे शहरी क्षेत्र के लोगों में कोरोना संक्रमण को लेकर जागरूकता आई और यहां संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आई। जिले में वर्तमान में कुल एक्टिव 2321 मरीजों में से सिर्फ 735 मरीज शहरी क्षेत्र के हैं जबकि अब प्रखंडों में यह आंकड़ा बढ़ कर 1586 पहुंच गयी है। जिले में केनगर में 219, धमदाहा-186, रुपौली-184, बीकोठी-169, बनमनखी-132, कसबा-163, भवानीपुर-74, श्रीनगर-73, जलालगढ़-68, अमौर-75, बैसा-79, बायसी-72, डगरुआ-51 और पूर्णिया पूर्व में 41 एक्टिव मरीज हैं।
ग्रामीण इलाकों में नहीं हो रहा लॉकडाउन का समुचित अनुपालन
सरकार के द्वारा कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को लेकर पहले 15 मई तक लॉक डाउन लगाया था जिसमें शहरी क्षेत्र के साथ-साथ प्रखंडों में भी सुबह 7 बजे से 11 बजे तक सिर्फ आवश्यक दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई थी। प्रशासन द्वारा जारी सख्ती के बाद शहरी क्षेत्रों में लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन किया लेकिन ग्रामीण इलाकों में इसकी अनदेखी की गई। अभी भी वहां लॉकडाउन के नियमों का सही से पालन नहीं हो पा रहा है। ग्रामीण इलाकों के बाजारों में अभी भी लोगों की भीड़ उमड़ रही है। प्रशासन की टीम पहुंचने के बाद लोग अपनी दुकानों को बंद कर लेते हैं लेकिन फिर हालात वैसे ही हो जाते हैं। प्रशासन ने अब सख्ती बढ़ाते हुए 25 मई तक शहरी क्षेत्र में सुबह 6 से 10 व ग्रामीण इलाकों में सुबह 8 बजे से 12 बजे तक ही जरूरी सामानों के दुकान को खोलने के लिए अनुमति दी है। लेकिन जरूरत है ग्रामीण इलाकों में लोगों को जागरूक करने की।