जिला विधिज्ञ संघ चुनाव : युवा अधिवक्ताओं के वोट तय करेंगे जीत-हार के नतीजे
कई सीनियर जो अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव पद के दौड़ में हैं, उनमें से कुछ जूनियर अधिवक्ताओं को अपने पक्ष में करने के लिए उनके पास मौजूद मुकदमों में उन्हें मदद भी कर रहे हैं।
भागलपुर [कौशल किशोर मिश्र]। बिहार बार काउंसिल चुनाव के ताजा निर्देश के साथ ही जिला विधिज्ञ संघ चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। 15 अप्रैल तक चुनाव संपन्न करा लेने का निर्देश मिला है। 14 फरवरी को निर्वाचन पदाधिकारी का आमसभा में चयन होगा।
जिले में लगभग पांच हजार अधिवक्ताओं में जिला विधिज्ञ संघ के वोटर अधिवक्ताओं की संख्या तीन हजार के करीब है। इनमें युवा अधिवक्ताओं की संख्या अधिक है जो चुनाव में निर्णायक साबित होंगे। मजे की बात तो यह है कि जिला विधिज्ञ संघ की प्रबंधकारिणी समिति के महासचिव, संयुक्त सचिव, सचिव, कोषाध्यक्ष और कार्यकारिणी सदस्य पद पर सर्वाधिक प्रत्याशी युवा खेमे से ही होंगे। कुछ चर्चित चेहरे जिनकी चर्चा महासचिव, संयुक्त सचिव, सचिव, कार्यकारिणी सदस्य, कोषाध्यक्ष पद पर भाग्य आजमाने में होने भी लगी है। ऐसे संभावित प्रत्याशी अभी से अधिवक्ता सदस्यों का कुशल क्षेम पूछने लगे हैं। उनकी समस्याओं को लेकर आवाज उठाने लगे हैं। अधिवक्ताओं की सिरिस्ता में अपने काम समाप्त करने के बाद पहुंच उनसे गुफ्तगू कर रहे हैं।
अधिवक्ताओं को अपने पक्ष में गोलबंद करने के इनके अपने-अपने तरीके हैं। कोई नये साल का कैलेंडर, पाकेट डायरी, कोई ठाकुर पंचांग बांट अपनी छाप छोडऩे की कोशिश में हैं। कई सीनियर जो अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव पद के दौड़ में हैं, उनमें से कुछ जूनियर अधिवक्ताओं को अपने पक्ष में करने के लिए उनके पास मौजूद मुकदमों में उन्हें मदद भी कर रहे हैं। उनके मुकदमों के ड्राफ्ट, बहस तक में अपना सहयोग करना नहीं भूल रहे हैं। ऐसे संभावित सीनियर प्रत्याशी काफी मजे हुए हैं। उन्हें पता है कि युवाओं को अपने पक्ष में कैसे जोडऩा है। इसके लिए वह रोज अपना प्रयास कर रहे हैं। हालांकि युवा अधिवक्ताओं की जितनी संख्या है, उनके खेमे से प्रत्याशियों की संख्या भी अधिक सामने आने की चर्चा तैरने लगी है।
महत्वपूर्ण पदों पर इस बार भाग्य आजमाइश के लिए छात्र राजनीति से अधिवक्ता पेशे में आए कुछ युवा भी हाथ पांव मार रहे हैं। ऐसे पृष्ठभूमि वाले अधिवक्ता अपने तुरुप का पत्ता हालांकि अभी खोल नहीं रहे हैं कि किस पद के लिए लड़ेंगे। फिर भी उनकी गतिविधियां। लॉ कॉलेज से जुड़े साथियों को गोलबंद करना बहुत कुछ इशारा करने लगा है। महिला अधिवक्ताओं की भी भागीदारी इस बार महत्वपूर्ण पदों पर रहेगी। इसमें कई पुराने तो कई नये चेहरे भी इस बार सामने होंगे। 14 फरवरी को अधिवक्ताओं की ताकत मानी जाने वाली हाउस की बैठक में निर्वाचन पदाधिकारी का चयन होना है। निर्वाचन पदाधिकारी का चयन सर्वानुमति के आधार पर ही अमूमन होता रहा है। निर्वाचन पदाधिकारी के चयन बाद मतदाता सूची, मासिक सदस्यता शुल्क, निर्वाचन में सहयोगी टीम, आचार संहिता आदि की कवायद शुरू हो जाएगी। माडल रूल्स के तहत चुनाव कराया जाना है।