PM Modi Virtual Rally: बिहार-झारखंड और बंगाल को जोडऩे की तैयार, सड़क और पुल परियोजनाओं के पूरी होने से दो करोड़ की आबादी को होगा लाभ
इस बार कोशिश है कि मतदाताओं को विकास का सपना दिखाकर बाहर निकाला जाए। कुछ दिन पूर्व रेलवे की कई बड़ी परियोजनाओं की सौगात पूर्व बिहार कोसी और सीमांचल को दी गई। अब बिहार झारखंड और बंगाल की दूरी को कम करने की तैयारी की जा रही है।
भागलपुर, जेएनएन। सरकार इस बात को अच्छी तरह समझती है कि विकास का सपना दिखाए बिना बिहार चुनाव को फतह कर पाना आसान नहीं है। पिछले चुनाव के रिकॉर्ड को यदि देखा जाए तो यहां जात-पात के आधार पर मतदाता बंटते रहे हैं। इस बार कोशिश है कि इस सामाजिक कुरीति से मतदाताओं को विकास का सपना दिखाकर बाहर निकाला जाए। कुछ दिन पूर्व रेलवे की कई बड़ी परियोजनाओं की सौगात पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल को दी गई। अब सड़क और पुल की सौगात देकर बिहार, झारखंड और बंगाल की दूरी को कम करने की तैयारी की जा रही है।
इन परियोजनाओं के पूरा होने पर लगभग दो करोड़ की आबादी को लाभ मिलेगा। साथ ही रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। भागलपुर के विक्रमशिला सेतु के समानांतर फोरलेन पुल बनने से यातायात की समस्या सुगम हो जाएगी। आए दिन इस सेतु पर जाम के कारण लोगों को तो परेशानी होती ही थी, साथ ही विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होती थी। पिछले साल पुल की मरम्मत को लेकर काफी समय तक लोगों को परेशानी उठानी पड़ी थी। प्रधानमंत्री ने सोमवार को भागलपुर जिले के बिहपुर के समीप कोसी नदी पर भी पुल निर्माण का शिलान्यास किया। इससे भागलपुर से मधेपुरा की दूरी आधी हो जाएगी। साथ ही झारखंड का नेपाल से सीधा संपर्क हो जाएगा। इस पुल की लंबाई 28.93 किलोमीटर होगी। इसपर 1478.40 करोड़ रुपये खर्च होंगे। नए पुल के निर्माण से उदाकिशुनगंज एनएच 106 और बिहपुर के बीच 30 किलोमीटर की खाई पट जाएगी। एनएच 106 सीधे एनएच 31 से जुड़ जाएगा। एक तरह से नए पुल से अंग प्रदेश का कोसी से सीधा सड़क संपर्क हो जाएगा।
उधर, सीमांचल के पूॢणया-नारायणपुर एनएच 131 फोरलेन का भी पीएम ने ऑनलाइन शिलान्यास किया। यह सड़क मनिहारी से नारायणपुर तक 49 किलोमीटर लंबी होगी। 2288 करोड़ की लागत से इसका निर्माण किया जाएगा। अभी झारखंड से खनिज संपदा लाने का काम जल मार्ग द्वारा किया जा रहा है। यदि इस सड़क का निर्माण होगा तो सड़क मार्ग से भी इसे लाया जाएगा। इससे पूॢणया और कटिहार के लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगेे। इन शिलान्यासों के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं। हर जगह राजग के नेता शिलान्यास के मौके पर मौजूद थे।