Bihar Assembly Elections 2020 : सूर्यगढ़ा में लालटेन बुझाने के लिए कमल और तीर में रार, गठबंधन दलों में कई हैं दावेदार
Bihar Assembly Elections 2020 सूर्यगढ़ा में राजग और महागठबंधन में कई प्रत्याशी हैं। अभी यहां राजद का कब्जा है। विगत चुनाव में भाजपा की यहां से हार हुई थी। जदयू ने यहां से अपना दावा भी ठोका है। राजग में कई प्रत्याशी हैं।
लखीसराय [मृत्युंजय मिश्रा]। Bihar Assembly Elections 2020 : नक्सल प्रभावित सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र पर राजद का कब्जा है। यहां से पार्टी के लखीसराय जिलाध्यक्ष प्रहलाद यादव विधायक हैं। यहां लालटेन को बुझाने के लिए दमदार और समीकरण वाले प्रत्याशी की तलाश में कमल और तीर के बीच अभी रार है। राजग की ओर से यह सीट शुरू से भाजपा के पास रही है। विगत चुनावों में भाजपा को यहां से हार मिली। इस बार जदयू ने इस पर अपना दावा ठोक रखा है। भाजपा यह सीट छोडऩे को तैयार नहीं है।
भाजपा के पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व प्रत्याशी प्रेमरंजन पटेल, पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष पिंकी कुशवाहा के साथ ही आरएसएस से जुड़े युवा रामनिवास कुमार भाजपा से टिकट के लिए पटना में डेरा जमाए हुए हैं। प्रेमरंजन पटेल 2005 और 2010 में इस सीट से विधायक चुने गए थे।
जदयू की जिला कमेटी ने एक प्रस्ताव पारित करके यह सीट अपने लिए मांगा है। पार्टी ने स्थानीय कार्यकर्ता को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग रखकर गठबंधन को मुश्किल में डाल रखा है। जदयू नेताओं का कहना है कि भाजपा प्रेम रंजन पटेल गत चुनाव में पराजित हो चुके हैं। वे स्थानीय नहीं हैं। यदि भाजपा फिर से उन्हें मैदान में उतारती है तो यहां राजग के लिए मुश्किल होगी। जदयू के कई स्थानीय कार्यकर्ता चुनाव लडऩे के लिए जनसंपर्क अभियान तेज किए हुए हैं।
जदयू से फिलहाल आधा दर्जन स्थानीय कार्यकर्ताओं की दावेदारी है। यह मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास है। अधिकतर जदयू कार्यकर्ता यहां से जिलाध्यक्ष रामानंद मंडल की उम्मीदवारी चाह रहे हैं। मंडल पिछले चुनाव में लखीसराय विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विजय कुमार सिन्हा से मामूली वोटों के अंतर से पराजित हो गए थे। गत चुनाव में जदयू महागठबंधन के साथ थी। इधर, सूर्यगढ़ा में महागठबंधन से प्रह्लाद यादव का टिकट कन्फर्म माना जा रहा है। वे लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं।
तीन चुनावों में जीत-हार का आंकड़ा
वर्ष 2005
प्रेमरंजन पटेल (भाजपा) : 39,703
प्रहलाद यादव (राजद) : 37,239
वर्ष 2010
प्रेमरंजन पटेल (भाजपा) : 49,511
प्रहलाद यादव (राजद) : 46,583
वर्ष 2015
प्रहलाद यादव (राजद) : 82,490
प्रेमरंजन पटेल (भाजपा) : 52,460