Bihar Assembly Elections 2020 : पिया परदेस,पत्नी को समझा रहे कार्यकर्ता
Bihar Assembly Elections 2020 विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों को विजय दिलाने के लिए के समर्थक अपने प्रत्याशियों के लिए वोट के जुगाड़ में जुट गए है। घर-घर जाकर महिलाओं को पर्ची थमा कर अपने-अपने प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करने की अपील करने में दिनरात लगे हुए है।
भागलपुर [ललन तिवारी]। Bihar Assembly Elections 2020 क्षेत्र में चुनाव का शोर थम गया है विकास सहित सभी मुद्दे जाति के चौखट पर दम तोड़ चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्र के अक्सर घर के पिया परदेश कमाने गए हैं। प्रत्याशियों के कार्यकर्ता सोमवार की सुबह से ही नाथनगर विधानसभा में छोटे पंपलेट के साथ डोर टू डोर जा रहे हैं जिसमें महिलाओं की टोली भी है।
घर में सीधा प्रवेश कर रहे हैं और महिलाओं को समझा रही हैं । यह त छेकै अपनों सिंबॉल। पंपलेट दिखाती हुई मतदाता को समझाती हैं। ठीक स याद करी लियै । कुछ ऐसा ही सिलसिला कमोवेश सभी उम्मीदवार के कार्यकर्ता कर रहे हैं। इसमें खास दिख रहा है कि एक तो हाथ में छोटा पंपलेट है ।वही मतदाताओं की भाषा में ही उन्हेंं सिंबॉल की पहचान कराई जा रही है। मतदाता घर पर आए कार्यकर्ताओं को चाय का ऑफर करते हैं। लेकिन समय की दुहाई देते हुए कार्यकर्ता फिर दूसरे घर का रुख कर रहे हैं । इस तरह कोरोनावायरस के गाइड लाइन का पालन करते हुए चुनाव आचार संघिता को ध्यान में रख डोर टू डोर जुड़ रहे हैं ।ताकि किसी भी परिस्थिति में एक भी मत गलत न पड़ जाए।
सजातीय कार्यकर्ता सजातीय के घर जाकर चुनाव चिन्ह दिखाते हुए प्रेरित कर रहे हैं। विकास गौन है ।व्यक्ति और जाति हावी है।
प्रथम चरण के मतदान में महिलाओं का उत्साह और मतदान केंद्र पर दिखी लंबी लाइन को ध्यान में रखकर उम्मीदवार के कार्यकर्ता महिला कार्यकर्ता से सहयोग लेकर एक एक महिला वोटर तक अपने चुनाव चिन्ह याद करा दे रही है ताकि वोट देने तो महिला जाएंगे ही वोट देने के वक्त कहीं चुनाव चिन्ह भूल नहीं जाएं।
कोरोना काल में दुनिया के सबसे बड़े चुनाव का इतिहास लिखने के लिए महिलाएं बड़ी संख्या में मतदान केंद्र पर कतार बद्ध होंगी। शायद यही वह दिन होता है जिसमें उंगली पर लगी लोकतंत्र की स्याही माथे पर लगी बिंदी से कम खूबसूरत नहीं होती है। इस चुनाव में महिलाएं निर्णायक की भूमिका में हैं।
बहरहाल, क्षेत्र में पूरी शांति दिख रही है लेकिन कार्यकर्ता काफी सक्रिय हैं। उधर प्रशासनिक स्तर पर लगातार अर्ध सैनिक बल का फ्लैग मार्च किया जा रहा है ।ताकि भयमुक्त वातावरण में लोकतंत्र के महापर्व को सफल किया जा सके। कल सूरज की पहली किरण निकलते ही मतदान केंद्रों पर मतदाता प्रजातंत्र के भविष्य का फैसला करेगी ।इसकी तैयारी चारों और दिख रही है।