Bihar Assembly Elections 2020 : पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह ने भरी हुंकार, कहा- बेटों के साथ हुआ धोखा, बोले-NDA को सिखाएंगे सबक
Bihar Assembly Elections 2020 जमुई की राजनीति में नरेंद्र सिंह का काफी प्रभाव है लेकिन उनके किसी भी पुत्र को राजग ने टिकट नहीं दिया। इस कारण वे काफी नाराज हैं। उन्होंने कहा कि अब जमुई में रहकर वे चुनाव प्रचार करेंगे और एनडीस को सबक सिखाएंगे।
जमुई, जेएनएन। Bihar Assembly Elections 2020 : दो दिनों के राजनीतिक घटनाक्रम के बाद जमुई की राजनीति गरमा गई है। पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के हुंकार भरते ही यह तय हो गया कि अब जमुई के किसी भी सीट पर पिछले चुनावों की तरह सीधा मुकाबला नहीं होगा। हरेक क्षेत्र में लड़ाई अब त्रिकोणीय अवश्यंभावी है। दरअसल पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह जमुई पहुंच कर स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा और जदयू से उनके पुत्र उम्मीदवार होते तो वे प्रचार में नहीं आते, लेकिन पार्टी के प्रति समर्पण और वफादारी के साथ भाजपा और जदयू ने धोखा किया है। अब वे खूंटा गाड़ कर जमुई में चुनावी कमान संभालेंगे और दोनों पुत्रों को विधानसभा पहुंचाकर यहां की जनता जनविरोधी सरकार और नेता को करारा जवाब देगी।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि उनके दोनों बेटे उनकी लाइन को नजरअंदाज कर पार्टी की लाइन पर खड़े रहे, इसके बावजूद टिकट से वंचित किया जाना पार्टी में तानाशाही और समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा को प्रदर्शित करता है। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बड़े धोखेबाज रहे हैं और जिन लोगों ने उन्हें स्थापित किया उनके साथ ही उन्होंने धोखेबाजी किया। नरेंद्र सिंह ने 2005 की चर्चा करते हुए कहा की तब लोजपा को तोड़कर उन्होंने नीतीश कुमार का समर्थन किया था, लेकिन उन्होंने जो छल किया वह बिहार की जनता देख रही है। पूर्व मंत्री ने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि सांप्रदायिकता की आग भड़का कर राजनीति की रोटी सेंकने वाली पार्टी को आम जनता से कोई लेना देना नहीं है।
उन्होंने अपनेे समर्थकों संयम और धैर्य स काम लेने की नसीहत देते हुए कहा कि अपमान और धोखा का बदला का संकल्प लेने का वक्त आ गया है। एक बार फिर से जमुई की धरती से सूबे में राजनीतिक बदलाव की बुनियाद रखनी है। इसके पहले पूर्व मंत्री की पटना से जमुई आने के क्रम में जमुई की सीमा पर सैकड़ों की संख्या में पहुंचे समर्थकों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया तथा नरेंद्र तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं, जैसे गगनभेदी नारे लगा रहे थे। हालांकि, इस दौरान उनके दोनोंं पूर्व विधायक पुत्र भी अलग-अलग वाहनों में साथ चल रहे थे। जमुई की सीमा में प्रवेश करने के बाद नरेंद्र को मुख्यालय तक की 22 किलोमीटर दूरी तय करने में लगभग दो घंटे का समय लग गया। लोग जगह-जगह उनके स्वागत में फूल माला के साथ खड़े दिखे।