Bihar Assembly Election Results 2020 : पूर्व बिहार में बड़े दलों को इस बार फायदा, जदयू और राजद को नुकसान
Bihar Assembly Election Results 2020 बिहार विधानसभा के लिए चुनाव संपन्न हो गया। मतगणना हो गई। पूर्व बिहार में जदयू को दो और राजद को हुआ पांच सीटों का नुकसान है। भाजपा तीन और कांग्रेस दो सीटों के फायदे में है।
भागलपुर [आनंद कुमार सिंह]। पूर्व बिहार के छह जिलों की 25 विधानसभा सीटों पर चुनाव परिणाम के विश्लेषण से यह पता चलता है कि इस बार का चुनाव देश की बड़ी राष्ट्रीय पार्टियों के लिए फायदेमंद रहा। भाजपा ने तीन और कांग्रेस ने 2015 के चुनाव की तुलना में दो सीटें अधिक जीतीं। वहीं, पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में जदयू को इन इलाकों में दो और राजद को पांच सीटों का नुकसान हुआ।
जमुई में इस बार का चुनाव प्रचार काफी गहमागहमी भरा रहा। इस सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव के भाई विजय प्रकाश, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के पुत्र अजय प्रताप और भूतपूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री दिग्विजय सिंह की पुत्री श्रेयसी सिंह चुनाव मैदान में थीं। श्रेयसी ने विजय प्रकाश को 40 हजार से अधिक मतों से पराजित किया। इस सीट को लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर काफी गहमागहमी थी। दूसरी महत्वपूर्ण सीट मुंगेर जिले की तारापुर सीट थी। इस सीट पर जयप्रकाश नारायण की बेटी दिव्या प्रकाश राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रही थीं। उन्होंने जदयू के मेवालाल चौधरी को कड़ी टक्कर दी, लेकिन चुनाव हार गईं।
जमालपुर सीट पर बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री रहे शैलेश कुमार जदयू के टिकट पर मैदान में थे। ये चुनाव हार गए। इन्हें कांग्रेस के अजय सिंह ने पराजित किया। यह तब हुआ, जब अजय सिंह की राजनीतिक पहचान मजबूत नहीं मानी जा रही थी। लखीसराय में स्थिति यथावत रही। यहां बिहार सरकार के मंत्री रहे भाजपा के विजय कुमार सिन्हा विजयी रहे, जबकि सूर्यगढ़ा सीट पर राजद के प्रह्लाद यादव का कब्जा बरकरार रहा। बांका से बिहार के भूमि एवं राजस्व सुधार मंत्री रहे रामनारायण मंडल चुनाव जीतने में सफल रहे। भागलपुर में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सदानंद सिंह के पुत्र शुभानंद मुकेश कांग्रेस के टिकट पर चुनाव हार गए। यहां भाजपा के पवन यादव चुनाव जीते।