Bihar Assembly Election 2020 : महावीर की धरती पर कांटे की टक्कर, जानें... जमुई विधानसभा का हाल
Bihar Assembly Election 2020 जमुई सिकंदरा झाझा और चकाई विधानसभा क्षेत्रों में 28 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। यहां से चौंकाने वाला परिणाम दे सकता है। भगवान महावीर जन्मभूमि क्षत्रिय कुंड ग्राम से जुड़ा लछुआड़ सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र में है।
जमुई [दिनकर]। Bihar Assembly Election 2020 : विश्व को शांति और अहिंसा का संदेश देने वाली भगवान महावीर की धरा जमुई विधानसभा चुनावों के लिए तैयार है। यहां के चार विधानसभा क्षेत्रों में किसी भी दल के लिए इस बार का चुनाव आसान नहीं है। पार्टी में अंदरूनी खींचतान है तो कई बागी भी...., लेकिन सब कुछ शांति से चल रहा है।
जमुई, सिकंदरा, झाझा और चकाई विधानसभा क्षेत्र 28 अक्टूबर के बाद चौंकाने वाला परिणाम दे सकता है। जमुई झारखंड से सटा जिला है। जंगल, पहाड़ी और हरियाली इसे विरासत में मिली है। कभी यहां नक्सलियों की तूती बोलती थी, लेकिन आजकल जवानों के बलबूते शांत है। भगवान महावीर जन्मभूमि क्षत्रिय कुंड ग्राम से जुड़ा लछुआड़ सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र में है। यहां श्वेतांबर अनुयायियों की खासी भीड़ रहती है। राजस्थान के आलोक नाहटा से मुलाकात होती है। वह बताते हैं कि हमारे लिए यह पवित्र भूमि है, लेकिन जैसा विकास होना चाहिए, वैसा नहीं हो सका। स्थानीय राजू मंडल कहते हैं कि अभी तक हम लोगों ने तय नहीं किया है कि किस प्रत्याशी को जिताएंगे। वोट तो देंगे ही, लेकिन सोच-समझकर। आगे कुंड घाट का अधूरा डैम और महावीर के च्यवण एवं दीक्षाकल्याणक मंदिर से पहाड़ी और जंगलों के बीच गरही डैम से पानी की कल-कल धारा जमुई की राजनीतिक उर्वरता की कहानी बयां कर रही है। कुरबाटांड़ चौक पर अरनमाबांक के रवींद्र यादव और पनभरवा के प्रकाश मोदी से मुलाकात होती है। रवींद्र की मानें तो जनता से किसी को कोई मतलब नहीं है। प्रकाश बताते हैं कि यहां चुनाव में विकास कोई मुद्दा नहीं है। जात-पात के बनते-बिगड़ते समीकरण के बीच कई तरह के मुद्दे चुनाव पर हावी हो जाते हैं। अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज श्रेयसी सिंह के मैदान में आने से जमुई हॉट सीट हो गई है। यहां पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के पुत्र भी मैदान में है। शहरी क्षेत्र में प्रत्याशियों के प्रचार-प्रसार से चुनाव का आभास हो जाता है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में बिल्कुल शांति है। चकाई विधानसभा के सोनो, चकाई, माधोपुर से लाहावन होते सिमुलतला जाने पर क्षेत्र के पिछड़ापन का एहसास होता है। दुर्गम इलाके में अच्छी सड़क ने लोगों की परेशानी कम कर दी है। पूरा इलाका जंगल का है। अधिकांश जमीन भी बंजर है। लाहावन मोड़ के पास संगीता मिलती है। वह इसी साल वोटर बनी है। वह बताती हैं कि वोट उसी को जो महिला हित की बात करे। यहीं रेलवे गुमटी के पास विकास यादव खड़े हैं। कहते हैं कि विकास-उकास कुछ होता है? कोई बने, कुछ नहीं होता है। धन-बल जीत दिलाता है।