बिहार: खरमास के बाद शादी की तैयारी में जुटे परिवारों में ओमिक्रान का डर, विवाह भवन की बुकिंग कर रहे रद
खरमास खत्म होने के बाद अब शादियों पर कोरोना का साया दिखने लगा है। शादी की तैयारी में जुटे परिवार ओमिक्रान के डर से विवाह भवन आदि की बुकिंग कैंसिल करने लगे हैं। दरअसल हाल के दिनों में भागलपुर में कोरोना...
संवाद सहयोगी, भागलपुर। मकर संक्रांति से सूर्य उत्तरायण हो गए हैं। खरमास समाप्त हो गया है, लेकिन शादियों पर कोरोना का साया पड़ गया है। कोरोना संक्रमण बढऩे के कारण पाबंदियां लगा दी गई हैं। ऐसे में लोगों की परेशानी बढ़ गई है। कई लोगों ने अपनी शादियां टाल दी हैं। वहीं कई लोग शादियां टालने पर विचार कर रहे हैं।
खरमास के बाद शादियों पर कोरोना का साया, सूर्य के उत्तरायण होते ही शुभ कार्य हो गया आरंभ, शादी-विवाह करने वाले लोग टेंट, सामियाना का कर रहे थे बुकिंग लेकिन लग गया विराम
हिंदू धर्म में शादी-विवाह को लेकर मुहूर्त और तिथि का विशेष महत्व है। बगैर शुभ मुहूर्त के लोग शादी-विवाह से परहेज करते हैं। ज्योतिषाचार्य पं. सचिन कुमार दुबे और बुढ़ानाथ मंदिर के आचार्य पं. टून्नाजी कहते हैं कि जब कभी भी गुरु और शुक्र अस्त होते हैं, चातुर्मास के दौरान भी जब भगवान श्रीहरि विष्णु क्षीर सागर में योग ङ्क्षनद्रा को चले जाते हैं तो कोई शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं होते हंै।
अभी मांगलिक कार्य का समय चल रहा है। विवाह मुहूर्त के समय पर लोग टेंट, सामियाना, कैटरर आदि की बुङ्क्षकग कर रहे थे, लेकिन बढ़ते कोरोना संक्रमण ने इस पर विराम लगा दिया है। शादी करने वाले लोग अब वेट एंड वाच की स्थिति में हैं। इशाकचक बी टोला निवासी चक्रधर तांती ने कोरोना के कारण अपने बैंककर्मी बेटे की शादी को तत्काल टालने का निर्णय लिया है।
इस वर्ष वैवाहिक शुभ मुहूर्त
जनवरी -15, 20 से 30
फरवरी - 4,5,6 ,9 ,10 ,11,16 से 20
अप्रैल- 17, 19 से 23,27,28
मई- 2,3,4, 9 से 17,21,22,26
जून - 1,5,6,8 से 17,21,22,26
जुलाई- 3 से 9
नवंबर- 25 से 28
दिसंबर- 2,3,7,9,13,14